ड्रग्स केस की जांच कर रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर आरोपों की झड़ी लग गई है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक तो शुरुआत से ही समीर वानखेड़े के पीछे पड़े हुए हैं। नवाब मलिक ने मंगलवार को एक बार फिर अपने पत्ते खोलते हुए समीर वानखेड़े पर 26 आरोपों की चिट्ठी सार्वजनिक की है जिसमें उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, समीर वानखेड़े पर लग रहे आरोपों पर उनका पूरा परिवार बचाव में आ गया है। पहले पिता सामने आए फिर उनकी बहन और पत्नी ने आरोपों पर पलटवार किया है।
नवाब मलिक ने मंगलवार को ट्वीट करते 26 आरोपों की पूरी लिस्ट शेयर की है। लिस्ट में उन्होंने अपने दामाद के केस का भी जिक्र किया है। मलिक ने बताया है कि एनसीबी की ओर से मामले को किस तरह से उलझाया गया है और इसके लिए क्या-क्या हथकंडे अपनाए गए हैं। 26 आरोपों में नवाब मलिक ने कहा है कि केस नबंर 03/2021 में समीर खान को झूठे केस में अरेस्ट करके 200 किलो तंबाबू को गांजा दिखाकर गलत तरीके से केस बनाया और वित्तिय लेन-देन का आरोप लगाकर NDPS की धारा 27ए की दुरुपयोग किया गया।
24वें आरोप में नवाब मलिक ने मुंबई ड्रग्स क्रूज का जिक्र किया गया है। मलिक ने कहा है कि केस नंबर 94/2021 में क्रूज पर जो केस किया है कि उसमें सभी पंचनामे एनसीबी मुंबई के ऑफिस में लिखे गए हैं व बीजेपी के इशारे पर उनके दो कार्यकर्ताओं ने समीर वानखेड़े के साथ मिली भगत से ड्रग प्लांट कर के किया है। इसमें नवाब मलिक ने कहा है ‘समीर पिछले एक माह से बीजेपी के दोनों कार्यकर्ताओं से संपर्क में हैं व क्रूज से जितने भी आदमी पकड़े गए थे उन्हें एनसीबी ऑफिस लाया गया व सारे पंचनामे एनसीबी ऑफिस में बैठ कर बनाए गए। लेकिन रिशब सचदेव, प्रतीक गाबा व अमीर फरनीचरवाला को उसी रात दिल्ली से फोन आने पर छोड़ दिया गया। इस मामले में समीर वानखेड़े की फोन कॉल डीटेल चेक की जा सकती है।’
मलिक ने सोमवार को दावा किया था कि समीर वानखेड़े जन्म से एक मुसलमान हैं और उनका असली नाम ‘समीर दाऊद वानखेड़े’ है। मंत्री ने समीर वानखेड़े का कथित जन्म प्रमाणपत्र भी जारी किया था और आरोप लगाया था कि अधिकारी ने जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। बहरहाल, एनसीबी अधिकारी के पिता ने बाद में कहा कि उनका नाम ज्ञानदेव है न कि दाऊद।
बेटे पर लग रहे आरोपों पर क्या बोले वानखेड़े के पिता?
अब बात करते हैं समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों पर उनके परिवार ने क्या कहा है? दाऊद वाले बयान पर पहले समीर वानखेड़े ने कहा कि उनके पिता का नाम दाऊद नहीं ज्ञानदेव है। अब मलिक के आरोपों का जवाब देते हुए समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा है कि यह सब झूठ है और उनका नाम दाऊद नहीं है। इंडिया टुडे के मुताबिक, समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा है कि यह सब झूठ है और उनका नाम दाऊद नहीं है।
आरोपों पर क्या बोलीं समीर वानखेड़े की बहन?
नवाब मलिक के आरोपों पर वानखेड़े की बहन यास्मीन ने पलटवार किया। समीर वानखेड़े की बहन ने कहा, ‘एक नौकरशाह के जन्म प्रमाण पत्र की तलाश करने वाला वह (नवाब मलिक) कौन होता है? उसकी रिसर्च टीम ने दुबई से बॉम्बे तक इस तस्वीर को पोस्ट किया है। हमें मौत की धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। मुझे लगता है कि मुझे भी हर रोज झूठे सबूत पेश करने चाहिए।”
मलिक को वानखेड़े की पत्नी को जवाब?
मलिक के आरोपों पर समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर वानखेड़े मीडिया के सामने आईं और अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक के लेटर का भी जवाब दिया है। क्रांति रेडकर वानखेड़े का कहना है, ‘इस तरह का लेटर तो कोई भी लिख सकता है। सभी आरोप गलत हैं। मेरे पति गलत नहीं है और हम ये सब बर्दाश्त नहीं करेंगे।’