वाराणसी, 10 जून 2025, मंगलवार: उत्तर प्रदेश सरकार के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने मंगलवार को सारनाथ के हवेलिया चौराहे पर राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव राजभर स्मृति द्वार का भव्य लोकार्पण किया। ₹8.74 लाख की लागत से विधायक निधि 2024-25 के तहत निर्मित यह स्मारक द्वार, 11वीं सदी के वीर योद्धा महाराजा सुहेलदेव की शौर्यगाथा को अमर करता है।
महाराजा सुहेलदेव: भारत की अस्मिता के रक्षक
श्रावस्ती नरेश महाराजा सुहेलदेव ने 1034 में बहराइच के युद्ध में विदेशी आक्रमणकारी गाज़ी सैयद सालार मसूद को परास्त कर भारतीय संस्कृति और अस्मिता की रक्षा की थी। उनकी वीरता मिरात-ए-मसूदी और एजाज-ए-खुसरवी जैसे ऐतिहासिक ग्रंथों में दर्ज है।
“महापुरुषों का सम्मान अब ज़मीन पर”
लोकार्पण समारोह में मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा, “महापुरुषों का सम्मान अब केवल किताबों तक सीमित नहीं। योगी सरकार ने महाराजा सुहेलदेव जैसे राष्ट्रनायकों को यथोचित सम्मान देकर उनकी गौरवगाथा को जन-जन तक पहुँचाया है। यह मोदी-योगी सरकार का समर्पण है कि उपेक्षित महापुरुषों को उनका सच्चा स्थान मिल रहा है।”
कार्यक्रम में गणमान्य उपस्थित
समारोह में एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, मंडल अध्यक्ष अतुल सिंह, पार्षदगण, राजभर समाज के प्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। माहौल श्रद्धा, गौरव और उत्साह से सराबोर रहा। यह स्मृति द्वार न केवल महाराजा सुहेलदेव की वीरता को सलाम है, बल्कि राष्ट्रप्रेम की भावना को भी प्रज्वलित करता है।