35.6 C
Delhi
Tuesday, April 23, 2024

नरेंद्र मोदी ने थॉमस कप और उबर कप में खेलने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनके साथ अपने अनुभव साझा किए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थॉमस कप और उबर कप में देश के लिए कमाल करने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की। इस दौरान सभी खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री के साथ अपने अनुभव साझा किए। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। हाल ही में भारतीय टीम ने थॉमस कप अपने नाम किया था। भारत ने फाइनल में 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया को हराकर पहली बार यह खिताब अपने नाम किया था। टीम इंडिया पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी।

भारत को थॉमस कप जिताने में सबसे ज्यादा योगदान किदांबी श्रीकांत, चिराग-सात्विक की जोड़ी और लक्ष्य सेन का था। इसके अलावा एचएस प्रणय ने भी मुश्किल समय में चोटिल होने के बावजूद जीत हासिल की थी और देश को चैंपियन बनाया था। उबर कप में भारतीय टीम मेजबान थाइलैंड से क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई थी

प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान खिलाड़ियों ने उनके साथ अपने अनुभव साजा किए। लक्ष्य सेन ने बताया कि दूसरे मैच से पहले उन्हें फूड प्वाइजनिंग हो गई थी। इस वजह से वो मैच नहीं खेल पाए थे। इस पर पीएम मोदी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि कुछ खाने-पीने की आदत है क्या। सभी खिलाड़ियों ने यह भी बताया कि इससे पहले वो कब प्रधानमंत्री मिले थे या फोन पर बात की थी। इसके साथ ही यह भी बताया कि प्रधानमंत्री के साथ बात करने से कैसे उनका हौसला दोगुना हो जाता है।

थॉमस कप जीतने वाली भारतीय टीम के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी फोन पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि आपने कमाल कर दिया। आपकी जीत बहुत सारे खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी। इसके बाद खिलाड़ी बेहद खुश नजर आए थे।

2022 में भारत ने 73 साल के थॉमस कप बैडमिंटन टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार खिताब जीता। फाइनल में टीम इंडिया ने 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया की टीम को 3-0 से हराया। इस जीत ने न केवल बैडमिंटन की बादशाहत कायम की, बल्कि यह भी जताया कि अब इस खेल पर से डेनमार्क, मलेशिया, इंडोनेशिया और चीन की बादशाहत खत्म हो चुकी है। भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में तभी इतिहास रच दिया था, जब टीम ने क्वार्टरफाइनल में मलेशिया को 3-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। 43 साल में पहली बार भारत इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचा था। इससे पहले टीम 1952, 1955 और 1979 में सेमीफाइनल में पहुंची थी।
भारत के स्टार पुरुष खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत, लक्ष्य सेन और एसएस प्रणय ने टूर्नामेंट में जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई और भारत को चैंपियन बनाया। इसके अलावा सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष डबल्स जोड़ी ने भी प्रभावी प्रदर्शन किया और जब भी टीम इंडिया मुश्किल में पड़ी इन दोनों ने जीत दिलाई और टीम इंडिया का हौसला बढ़ाया।
anita
anita
Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles