वह डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस करता था। शानदार बोर्ड। ठीकठाक क्लिनिक। मगर, नीयत उतनी ही गंदी। अविवाहित लड़की इलाज के लिए आए तो उसे बताता- “एक एनजीओ है जो कुंआरी कन्याओं की शादी कराता है और हर शादी पर जीवन यापन के लिए 25 लाख देता है।” पहले कितनी झांसे में आईं, अभी यह पता नहीं। लेकिन, एक-एक कर दो बहनों को यह ऑफर मिला तो युवतियों ने डॉक्टर को सबक सिखाने की ठानी। इधर, डॉक्टर को लगा कि युवती झांसे में आ गई तो उसका मन इतना बढ़ गया कि उसने बंपर ऑफर खोल दिया- “मेरे और एनजीओ संचालक के पास अकेली आओ, हमें खुश करो तो 1 करोड़ तक देंगे।” लेकिन, हो गया खेल।
पहली ने ऑफर नहीं माना तो दूसरी को ज्यादा ऑफरनूरसराय निवासी नीरज कुमार बिहारशरीफ के जलालपुर मोहल्ला में होम्योपैथिक क्लीनिक चलाता है। उसका साथी रहुई थाना क्षेत्र के वरांदी गांव निवासी चंदन कुमार है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद यह खेल खुला। युवती ने बताया कि कुछ माह पहले इलाज कराने के लिए नीरज कुमार के क्लिनिक पर गई थी। डॉक्टर ने बताया कि एनजीओ के माध्यम से युवतियों की शादी करवाई जाती है। परिवारिक जीवन व्यतीत करने के लिए सहायता के तौर पर युवती को 25 लाख रुपए भी दिए जाते हैं। उसने इस बात पर ध्यान नहीं दिया। फिर बार-बार उसके मोबाइल पर कॉल कर लालच दिया जाने लगा। कुछ दिन पूर्व जब उसकी बहन अपना इलाज कराने पहुंची तो उसे भी इस बात का लालच दिया गया। फिर उसे ऑफर फाइनल करने के लिए बुलाया गया। इस बार ऑफर अलग था- यदि हमारे और एनजीओ के बॉस के साथ हमबिस्तर होगी तो 25 लाख नहीं, बल्कि 1 करोड़ रुपए तक मिलेंगे। अकेले आना पड़ेगा, नहीं तो रुपए नहीं मिलेंगे।
जहां अकेला बुलाया, वहां रिश्तेदारों के साथ पहुंचीयुवती ने इस बात की जानकारी अपने रिश्तेदारों को दी। डॉक्टर ने उसे रांची रोड स्थित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर में मिलने को बुलाया था। वह सेंटर पर पहुंची तो डॉक्टर और उसका एक दोस्त वहां पहले से मौजूद था। युवती के साथ गए आए परिजनों ने दोनों को पकड़ कर पुलिस को सूचना दी। लहेरी थाना पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि युवती ने यौन शोषण का दबाव बनाने की शिकायत की थी। मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जांच चल रही है।केस में अब पांच बिंदु पर बढ़ेगी जांच1. दोनों युवतियों को डॉक्टर ने कितनी बार कॉल किया और किसी कॉल की रिकॉर्डिंग या मैसेज इनके पास सुरक्षित है या नहीं?2. डॉक्टर और एनजीओ संचालक के रूप में जिनकी पहचान हो रही है, उन्होंने पहले भी इस तरह का कोई कांड किया है या नहीं?3. जिस अल्ट्रासाउंड क्लिनिक पर इन दोनों को पकड़ा गया, वहां क्या बिस्तर आदि का इंतजाम रखा गया है? सीसीटीवी है या नहीं?4. एक युवती को जब इस तरह का ऑफर आया तो उसकी बहन इलाज के लिए उसी डाॅक्टर के पास क्यों गई? कहानी कुछ और तो नहीं?5. दोनों युवकों के साथ कोई गैंग तो नहीं काम कर रहा है, जो एनजीओ के नाम पर लड़कियों को बाहर भेजने के धंधे में शामिल है?