नई दिल्ली, 16 मई 2025, शुक्रवार। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त कर सैकड़ों आतंकियों को मार गिराया। इस ऐतिहासिक जीत ने पूरे देश में उत्साह की लहर दौड़ा दी है। जहां हर तरफ जश्न का माहौल है, वहीं मुस्लिम समाज ने इस जीत को अपने तरीके से सेलिब्रेट किया। जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों में भारतीय सेना, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की सलामती और अच्छी सेहत के लिए विशेष दुआएं मांगी गईं।
मुस्लिम समुदाय के लोग हाथों में तिरंगा थामे, “भारत जिंदाबाद” और “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारे लगाते हुए सड़कों पर उतरे। उनका एक ही स्वर था – भारतीय सेना पर गर्व और देश की एकता पर नाज। समुदाय के लोगों ने कहा, “जब हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सेना में भर्ती होते हैं, तो उनका सिर्फ एक धर्म होता है – देश की सेवा।” कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने जिस साहस से पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम दिया, उसने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।
मुस्लिम समाज ने इन दो वीर बेटियों की तारीफ में कहा, “सोफिया और व्योमिका ने पाकिस्तान को नाकों चने चबवा दिए। ये हमारी बेटियां हैं, जिन्होंने दुश्मन को सबक सिखाया।” इस मौके पर लोगों ने एकजुटता का परिचय देते हुए साफ किया कि भारत का दुश्मन कोई भी हो, सेना का एकमात्र लक्ष्य उसे नेस्तनाबूद करना है।
यह नजारा न सिर्फ देश की एकता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारतीय सेना का हर जवान, चाहे किसी भी धर्म या समुदाय से हो, देश के लिए एक है। कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका की बहादुरी ने न केवल सीमाओं पर जीत हासिल की, बल्कि देश के हर कोने में गर्व और एकता की भावना को और मजबूत किया।