गाजियाबाद, 19 मई 2025, सोमवार। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। ट्रोनिका सिटी के दौलत नगर कॉलोनी में एक मां ने अपने 12 साल के गोद लिए बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोप है कि उसने बच्चे पर दुकान से पैसे चुराने का इल्जाम लगाकर पहले उसे बुरी तरह पीटा और फिर उसका गला दबाकर जान ले ली। यह खौफनाक वारदात 14 मई की शाम को सामने आई, जब मासूम साहिल का शव घर की चारपाई पर मिला।
गोद लिया बेटा, टूटा भरोसा
आरोपी महिला, रहमती खातून, ट्रोनिका सिटी में अपने घर पर परचून की दुकान चलाती थी। उसके पति की मृत्यु 2021 में हो गई थी और उसकी कोई संतान नहीं थी। आठ साल पहले, उसकी छोटी बहन ने अपने चार साल के बेटे साहिल को उसे गोद दे दिया था। 12 साल का साहिल दूसरी कक्षा में पढ़ता था और रहमती के साथ रहता था। लेकिन उस मां का प्यार, जो साहिल को ममता देने का वादा था, एक दिन क्रूरता में बदल गया।
चोरी का आरोप बना मौत का कारण
बताया जाता है कि रहमती को शक था कि साहिल उसकी दुकान से पैसे चुराता है। 14 मई की शाम, इसी शक में उसने साहिल को बेरहमी से पीटा और गुस्से में उसका गला दबा दिया। जब पड़ोसियों ने साहिल को मृत अवस्था में देखा, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और रहमती की तलाश शुरू की, जो तब तक घर से फरार हो चुकी थी।
पोस्टमार्टम ने खोला राज, रहमती गिरफ्तार
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सनसनीखेज खुलासा किया कि साहिल की मौत गला दबाने से हुई। पुलिस ने जांच के दौरान पता लगाया कि साहिल रहमती का गोद लिया बेटा था और उसकी असली मां बिहार के बेगूसराय में रहती है। पुलिस ने साहिल की मां से संपर्क किया और उसे गाजियाबाद बुलाया। उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर पुलिस ने रहमती खातून को गिरफ्तार कर लिया।
समाज में उठे सवाल
इस घटना ने न केवल एक मासूम की जान ली, बल्कि गोद लेने और माता-पिता की जिम्मेदारी पर भी गंभीर सवाल खड़े किए। साहिल, जो अपनी मां की गोद में सुरक्षित होने की उम्मीद में गाजियाबाद आया था, उसका जीवन एक भयावह अंत के साथ खत्म हुआ। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है, लेकिन यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि ममता के नाम पर ऐसी क्रूरता कैसे पनप सकती है।
रहमती खातून अब सलाखों के पीछे है, लेकिन साहिल की मासूम मुस्कान और उसका भविष्य हमेशा के लिए खामोश हो चुका है।