नई दिल्ली, 14 मई 2025, बुधवार। मध्य प्रदेश के जनजातीय मंत्री विजय शाह हाल ही में अपने एक विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में रहे। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई उनकी टिप्पणी ने न केवल राजनीतिक हलकों में हलचल मचाई, बल्कि सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद शाह ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और कर्नल सोफिया को अपनी “सगी बहन से भी ज्यादा अहम” बताते हुए उन्हें सलाम किया।
विवाद की शुरुआत
यह मामला तब शुरू हुआ, जब सोमवार को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित एक हलमा कार्यक्रम में मोहन सरकार के मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदर्भ में एक बयान दिया। उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने हमारी बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, मोदी जी ने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करा दी।” शाह ने यह भी कहा कि मोदी जी ने “उनकी समाज की बहन” को भेजकर आतंकवादियों का बदला लिया। इस बयान का वीडियो मंगलवार को वायरल हो गया, जिसके बाद विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, ने इसे आपत्तिजनक और सेना का अपमान बताते हुए शाह पर निशाना साधा।
माफी और सफाई
विवाद बढ़ने पर शाह को पार्टी आलाकमान ने भोपाल तलब किया। संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने उन्हें बयान पर कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद शाह का लहजा बदल गया। उन्होंने कहा, “मेरे भाषण को गलत संदर्भ में न देखें। कर्नल सोफिया हमारी बहन हैं और उन्होंने सेना के साथ मिलकर पूरी ताकत से काम किया है।”
शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा, “मैं दुखी और विचलित मन से कुछ बोल गया, जिससे किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं 10 बार माफी मांगने को तैयार हूं। सोफिया बहन मेरे लिए सगी बहन से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। मैं उन्हें सलाम करता हूं।” उन्होंने यह भी बताया कि उनका परिवार सैन्य पृष्ठभूमि से है और कई रिश्तेदार शहीद हुए हैं, इसलिए वे सैनिकों और उनके परिवारों के दर्द को अच्छी तरह समझते हैं।
व्यक्तिगत दुख और विचलित मन
शाह ने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए कहा कि वह उस घटना से बहुत दुखी और विचलित थे, जिसमें “कपड़े उतारकर और धर्म-जाति पूछकर” लोगों को गोली मारी गई। उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाएं किसी को भी विचलित कर सकती हैं। मेरे मन की पीड़ा और दुख ने मेरे शब्दों को प्रभावित किया। अगर मेरे शब्दों से किसी को चोट पहुंची, तो मैं माफी मांगता हूं।”
कांग्रेस का विरोध और शाह का जवाब
विवाद के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शाह के बंगले के बाहर प्रदर्शन किया, उनकी नेम प्लेट पर कालिख पोती और उनके इस्तीफे की मांग की। जवाब में शाह ने कहा, “देशभक्ति के लिए मुझे कांग्रेस से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं। वे जो कहें, मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
देशभक्ति और सलाम
शाह ने कर्नल सोफिया की देशभक्ति की तारीफ करते हुए कहा, “हमारी बहन सोफिया ने राष्ट्रीय धर्म निभाते हुए आतंकवादियों को सबक सिखाया। मैं उनकी वीरता को सलाम करता हूं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके बयान का मकसद न तो सेना का अपमान था, न ही कर्नल सोफिया या प्रधानमंत्री मोदी के प्रति कोई गलत भावना थी।