वाराणसी, 13 जून 2025: वाराणसी के प्रतिष्ठित बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉ. सौरभ सिंह और उनके तीन बाउंसरों—धनंजय राय, आशीष सिंह और हरपाल—के खिलाफ लंका थाने में छेड़खानी, अभद्रता और धमकी देने जैसे संगीन आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई ट्रॉमा सेंटर के एनस्थीसिया विभाग की एक प्रोफेसर की शिकायत पर हुई है, जिन्होंने अपनी आपबीती बयां कर इस मामले को उजागर किया।
क्या है पूरा मामला?
पीड़िता प्रोफेसर, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और हाल ही में एक बड़े ऑपरेशन से गुजरी हैं, ने बताया कि वह लंबे समय से डॉ. सौरभ सिंह के असभ्य और अमर्यादित व्यवहार से त्रस्त हैं। उनकी शिकायत के मुताबिक, 26 मई को स्थिति तब और बिगड़ गई, जब डॉ. सौरभ सिंह के इशारे पर उनके बाउंसर आशीष सिंह ने उनके साथ बदतमीजी की और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं, बाउंसर धनंजय राय और हरपाल ने गलत इरादे से उन्हें छूने की कोशिश की और धक्का-मुक्की की। तीनों ने द्विअर्थी शब्दों के साथ धमकी भरे लहजे में “देख लेने” की बात कही।
प्रोफेसर ने बताया कि डॉ. सौरभ सिंह के संरक्षण में चल रहे इस उत्पीड़न से वह पूरी तरह टूट चुकी हैं। उनकी शिकायत ने ट्रॉमा सेंटर जैसे सम्मानित संस्थान में व्याप्त गंभीर अनियमितताओं को उजागर किया है।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
लंका थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्र ने बताया कि प्रोफेसर की तहरीर के आधार पर डॉ. सौरभ सिंह और उनके बाउंसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित जांच शुरू कर दी है।