देहात कोतवाली क्षेत्र के नेवढ़िया घाट के मल्लाह बस्ती में मिलावटी शराब पीने से हुई दो व्यक्तियों की मौत के बाद एएसपी सिटी संजय वर्मा के नेतृत्व में सीओ सिटी प्रभात राय, देहात कोतवाल विजय कुमार व आबकारी की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। पुलिस ने सीवान में छीपाकर रखे 250 प्लास्टिक की शीशी शराब बरामद की। पुलिस ने एक आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है्, जबकि अवैध शराब का धंधा चलाने वाला मुख्य आरोपित अभी तक फरार है। पुलिस ने आरोपित के घर दबिश दी। लेकिन वह फरार हो गया था। एएसपी सिटी ने बताया कि आरोपित घर के पास कच्ची शराब बनाकर गांव व अन्य स्थानों पर बेचता था। फिलहाल वह फरार है। दबिश दी जा रही है। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने नेवढ़िया घाट किनारे आरोपित के अड्डे से तीन ड्रम लहन बरामद कर नष्ट किया। इसके अलावा सीवान में अलग-अलग स्थानों पर आरोपित ने शराब छीपाकर रख दिया था। पुलिस ने तीन स्थानों से लगभग 250 शीशी शराब बरामद कर कब्जे में ले लिया है। साथ ही लगभग दो सौ खाली शीशी भी बरामद हुई।
डीएम ने मजिस्ट्रेटी जांच का दिए निर्देश
मिर्जापुर। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने देहात कोतवाली क्षेत्र के नेवढ़िया मल्लाह बस्ती में दो लोगों की शराब पीने से हुई मौत के मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कराने का आदेश दे दिया है। उन्होने इस मामले की जांच के लिए एसडीएम सदर गौरव श्रीवास्तव को मजिस्ट्रेट नामित किया है। कहा कि इस मामले की जांच कर दो दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने गांव के दो लोगों की मौत की पुष्टि की है। कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही तय हो पाएगा कि शराब पीने से मौत हुई थी या फिर कोई अन्य वजह है।
तीन डाक्टरों की पैनल ने किया पोस्टमार्टम
मिलावटी शराब पीने से दो व्यक्तियों की मौत के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। तीन डाक्टरों की पैनल ने दोनों शव का पोस्टमार्टम किया। साथ ही दोनों शव के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। रिपोर्ट का इंतजार है।
दो दिन पूर्व दूसरे गांव के दो व्यक्तियों की हुई थी मौत
नेवढ़िया घाट गांव से सटे डिंगुरपट्टी व गंगाउत निवासी दो व्यक्तियों की दो दिन पूर्व मौत हुई थी। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनकी भी शराब पीने के बाद तबीयत खराब हुई थी। दोनों ने नेवढ़िया घाट गांव स्थित शराब के अड्डे से खरीद कर शराब पी थी। उपचार के बाद उनकी मौत हो गई थी। परिजनों के अनुसार मिलावटी शराब पीने से ही उन दोनों की मौत हुई है। वहीं जिला प्रशासन मिलावटी शराब पीने से उनकी मौत की पुष्टि नहीं कर रहा।
दो भाइयों में बड़ा पुत्र था महेश
मृतक महेश दो भाईयों में सबसे बड़ा था। छोटा भाई रमेश हैं। जो मंडलीय अस्पताल में सफाईकर्मी है। दोनों भाई अलग-अलग अपने परिवार के साथ रहते हैं। महेश गंगा में मछली पकड़ता था। मछली बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। मृतक को तीन बच्चे हैं। बड़ी पुत्री काजल पांच वर्ष हैं। जबकि दो पुत्र सिपाही (7) व जज( 5) है। पति की मौत से पत्नी का रो रो कर हाल बेहाल हो गया।
बेटे की मौत की खबर सुन गोपीगंज से पहुंचा बीमार पिता
बेटे की मौत की खबर लगते ही पिता रोते बिलखते हुए बीमार अवस्था में सुबह घर पहुंचे। पिता कल्लू के पैर में फोड़ा हो गया था। जिसका आपरेशन गोपीगंज स्थित एक अस्पताल में कराया था। एक सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे। लेकिन बेटे की मौत की खबर लगते ही पिता सोमवार की सुबह बीमार अवस्था में ही रोते बिलखते हुए घर पहुंच आए।
तीन भाईयों में सबसे बड़ा था छेदी
मृतक छेदी तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। दो भाई लक्ष्मण व बबलू हैं। मृतक को दो पुत्र संदीप (12) व आशीष (10) हैं। दोनों गांव के प्राईमरी स्कूल में पढ़ते हैं। पति की मौत से पत्नी व बहन का रो-रो कर हाल बेहाल हो गया है। मृतक निर्माणाधीन मकान में रहता था। मृतक भी मछली बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। महेश की मौत से नन्हें मुन्हे बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया।
होली दूर होने से गांव के अन्य लोगों की बच गई जान
मिजार्पुर। देहात कोतवाली क्षेत्र के नेवढ़िया घाट गांव के मल्लाह बस्ती में मिलावटी शराब पीने से दो लोगों की मौत से ग्रामीण सहमे हुए हैं। घटना के बाद शराब पीने वालों की नींद उड़ गई है। ग्रामीणों में चर्चा रही कि संयोग रहा कि होली दूर था। अन्यथा मिलावटी शराब पीने से अन्य लोगों की भी जान जा सकती थी। गांव के कई लोग बाल बाल बच गए। होली में मिलावटी शराब बनाकर बेचने वालों की चांदी हो जाती है। त्योहार काफी मात्रा में शराब बनाकर बेची जाती हैं। ऐसे में कुछ लोग तो होली पर शराब का सेवन कर लेते हैं। ऐसे में यदि होली पर लोगों ने शराब पी होती तो अत्यधिक लोगों की जान जा सकती थी। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस की मिलीभगत से गांव में बीस वर्षो से शराब बनाने व बेचने का धंधा चल रहा है, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। गांव में अवैध रुप से शराब बेचे जाने को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
गांव में शराब की शीशी से खेल रहे बच्चे
नेवढ़िया घाट के मल्लाह बस्ती में मिलावटी शराब पीने से दो लोगों की मौत के बाद लोग एक ओर सहमे हुए हैं। दूसरी ओर गांव में छोटे छोटे बच्चे शराब की शीशी लेकर खेल रहे हैं। लोग शराब पीने के बाद गांव में घर के बाहर बोतल फेक देते हैं। यहां तक कई लोग शराब घर लाकर पीने के बाद बाहर बोतल फेक देते हैं। बच्चे उन बोतलों में पानी भरकर खेलने लगते हैं। जो काफी खतरनाक है, क्योंकि बच्चे खेल खेल में बोतल में भरे पानी को पी भी सकते हैं। ऐसे में बच्चों की सेहद पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि लोग शराब पीने के बाद बोतल तो बाहर फेक देते हैं। लेकिन बोतल में शराब का अंश रह जाता है। बच्चे बोतल में पानी भरकर आपस में खेलते हैं। यहां तक कि कई बच्चे उस पानी को पी भी लेते हैं। इससे कभी भी बच्चे हादसे का शिकार हो सकते हैं।
जिले के दर्जनों स्थानों पर बन रही अवैध शराब, आबकारी व पुलिस बेखबर
जिले के दर्जनों स्थानों पर अवैध रुप से शराब बनाई जा रही है। गांव व घरों में ही शराब बनाकर तस्कर बेच रहे हैं। लेकिन आबकारी व पुलिस विभाग इससे बेखबर है। जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के नेवढ़िया घाट में तो घटना के बाद पुलिस व आबकारी विभाग की नींद खुली है, लेकिन अवैध रूप से शराब बनाने का कारोबार तेज से फल फूल रहा है। यहां तक ग्रामीणों में चर्चा है कि पुलिस व आबकारी विभाग की मिलीभगत से तस्कर अपना धंधा चला रहे हैं। इसलिए उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। घटना होने पर छापेमारी की खानापूर्ति कर अधिकारी भूल जाते हैं। इसी मिलीभगत के चलते बीस वर्षों से नेवढ़िया घाट में अवैध रूप से शराब बनाने वाले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। वही, जिले के जमुनहिया, हनुमान पड़रा, चील्ह, राजगढ़, मड़िहान, लालगंज समेत अन्य स्थानों पर अवैध रूप से शराब बनाने का धंधा फल फूल रहा है। लेकिन आबकारी विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होती है। टीम बीच बीच में छापेमारी करती है तो शराब बनाने वाले ही फरार हो जाते हैं। छापेमारी के बाद दोबारा कभी तस्कर नहीं पकड़े जाते हैं।