भोपाल, 10 जून 2025, मंगलवार: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के काटजू अस्पताल में एक ऐसी खबर गूंजी, जिसने सबके चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी। ज्योति नाम की एक महिला ने एक साथ चार नन्हे-मुन्ने बच्चों को जन्म देकर इतिहास रच दिया। शादी के 5 साल बाद मिली इस अनमोल खुशी ने न केवल ज्योति के परिवार, बल्कि पूरे अस्पताल को उत्साह से भर दिया।
9 अप्रैल 2025: एक नई शुरुआत
काटजू अस्पताल की नोडल अधिकारी डॉ. रचना दुबे ने बताया कि ज्योति की डिलीवरी 9 अप्रैल 2025 को हुई। यह डिलीवरी समय से पहले (प्री-टर्म) हुई थी, और चारों बच्चों का वजन बेहद कम था। एक बच्चे का वजन तो 1 किलो से भी कम था, जबकि बाकी तीन का वजन करीब 1 किलो के आसपास था। इतनी नाजुक स्थिति में इन नन्हीं जिंदगियों को बचाना किसी चमत्कार से कम नहीं था।
60 दिन की मेहनत और जज्बा
चारों बच्चों को विशेष देखभाल के लिए अस्पताल में ही रखा गया। डॉक्टरों और स्टाफ ने दिन-रात इन बच्चों की सेवा की। तुरंत सी-पैप (CPAP) मशीन और सर्फेक्टेंट थेरेपी शुरू की गई, जिससे इन नन्हे सितारों की सांसें बंधी रहीं। डॉक्टरों का कहना है कि समय से पहले जन्मे इन बच्चों को बचाना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने असंभव को संभव कर दिखाया।
काटजू अस्पताल का गौरव
काटजू अस्पताल की टीम ने इस चुनौती को स्वीकार कर न केवल चारों बच्चों की जान बचाई, बल्कि उन्हें स्वस्थ करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। पिछले साल भोपाल में एक महिला ने तीन बच्चों को जन्म देकर सुर्खियां बटोरी थीं, लेकिन ज्योति की यह कहानी उससे भी ज्यादा प्रेरणादायक और खास है। यह घटना न सिर्फ ज्योति के लिए, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए गर्व का पल है।