पुरी, 3 अगस्त 2025: ओडिशा के पुरी जिले में 19 जुलाई को 15 वर्षीय नाबालिग लड़की को कथित तौर पर जिंदा जलाने की दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान शनिवार को पीड़िता ने दम तोड़ दिया। इस दुखद घटना के बाद पीड़िता के पिता का मार्मिक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा, “मेरी बेटी मेरे नसीब में ही नहीं थी।”
पिता का दर्द: ‘कोई राजनीति न हो’
लड़की के पिता हिम्मत अली ने गहरे दुख के साथ कहा, “मैं किसी पर उंगली नहीं उठाना चाहता। हिंदू हो या मुस्लिम, सभी ने मेरी बेटी के लिए प्रार्थना की। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि मेरी बेटी मेरे नसीब में नहीं थी। मैं किसी को दोष नहीं देता, न ही किसी से नाराज हूं। कृपया इस मामले को राजनीति से दूर रखें और मेरे परिवार को इस दुख से अकेले जूझने दें।” पिता की हालत देख उनके परिजनों ने बताया कि वह गहरे अवसाद में हैं।
चाचा बोले: ‘सरकार और डॉक्टरों ने कोई कमी नहीं छोड़ी’
पीड़िता के चाचा ने कहा, “हम किसी को दोष नहीं दे सकते। सरकार ने हरसंभव मदद की। भुवनेश्वर और दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने दिन-रात मेहनत की। हमें कोई शिकायत नहीं है।” उन्होंने बताया कि पिता इस समय कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं और परिवार इस दुख को सहन करने की कोशिश कर रहा है।
मां का आरोप: तीन अज्ञात बदमाशों ने किया अगवा
बलंगा थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार, पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी अपने एक नाबालिग दोस्त से मिलकर घर लौट रही थी, तभी तीन अज्ञात बदमाशों ने उसे अगवा कर आग के हवाले कर दिया। इस घटना की जांच ओडिशा पुलिस कर रही है, लेकिन अभी तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
दिल्ली एम्स में दो सर्जरी, फिर भी नहीं बची जान
घटना के बाद 70 प्रतिशत से अधिक झुलसी पीड़िता को पहले पिपिली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, फिर भुवनेश्वर एम्स और अंत में दिल्ली एम्स ले जाया गया। दिल्ली में पीड़िता की दो सर्जरी और स्किन ग्राफ्टिंग की गई, लेकिन चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। ओडिशा पुलिस ने दिल्ली एम्स में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पीड़िता का बयान भी दर्ज किया था।
मुख्यमंत्री माझी ने जताया शोक
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “बलंगा की इस बेटी की मृत्यु की खबर से मुझे गहरा सदमा लगा है। सरकार और दिल्ली एम्स की विशेषज्ञ टीम की तमाम कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। मैं उसकी आत्मा की शांति और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।”
नेताओं की प्रतिक्रियाएं और पुलिस की अपील
उपमुख्यमंत्री के.वी. सिंह देव, पी. परिदा और बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने भी इस घटना पर शोक जताया। ओडिशा पुलिस ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “हम इस घटना से बेहद दुखी हैं। जांच पूरी ईमानदारी से की जा रही है। कृपया इस संवेदनशील समय में कोई असंवेदनशील टिप्पणी न करें।”
कांग्रेस की चेतावनी: ‘7 दिन में दोषी पकड़े जाएं’
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा कि अगर सात दिनों में दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे डीजीपी कार्यालय का घेराव करेंगे। सूत्रों के अनुसार, पुरी पुलिस ने पीड़िता के घर के आसपास सुरक्षा के लिए कुछ पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।
इस दुखद घटना ने न केवल पुरी, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। समाज के हर वर्ग से पीड़िता के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं, और लोग इस जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग कर रहे हैं।