लखनऊ, 5 फरवरी 2025, बुधवार। अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कुछ ही समय बाद कराये गये लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट हारी भाजपा के लिये अयोध्या जिले की ही मिल्कीपुर विधानसभा का उपचुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान बुधवार सुबह सात बजे शुरू हो गया जो शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। अयोध्या के जिलाधिकारी सह-जिला निर्वाचन अधिकारी सी. वी. सिंह ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 255 केंद्र पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान प्रक्रिया जारी है।
जिलाधिकारी ने बताया, उपचुनाव मतदान के लिए 255 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। इनमें से 210 मतदान केंद्रों पर ‘वेबकास्टिंग’ और 25 केंद्रों पर वीडियोग्राफी की जाएगी। इसके अलावा 71 मतदान केंद्रों पर ‘माइक्रो-ऑब्जर्वर’ तैनात किए गए हैं, जिनमें नौ फ्लाइंग स्क्वॉड, नौ स्टेटिक सर्विलांस टीम, छह वीडियो सर्विलांस टीम, दो सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, चार जोनल मजिस्ट्रेट और 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट शामिल हैं।
अनुसूचित जाति (एससी) के लिए सुरक्षित इस सीट पर 3.71 लाख से अधिक मतदाता मैदान में उतरे 10 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। हालांकि, मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) के अजीत प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चंद्रभानु पासवान के बीच माना जा रहा है। बता दें, मिल्कीपुर विधानसभा सीट, अवधेश प्रसाद के पिछले साल लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट से निर्वाचित होने के बाद विधानसभा से इस्तीफा देने की वजह से रिक्त हुई है।
बीएसपी भले इस चुनाव में नहीं उतरी हो लेकिन बीएसपी का परंपरागत वोटर्स यहां जीत-हार में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इस सीट पर दलित वोटर्स अधिक संख्या में हैं और जिस तरफ इनका झुकाव रहा उनका जीतना लगभग तय है। मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव बीजेपी के लिए नाक का सवाल बन गया है। दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अयोध्या की सीट गवानी पड़ गई थी। इस सीट से अवधेश प्रसाद ने लल्लू सिंह को अच्छे मार्जिन से चुनाव हर दिया था। बीजेपी के लिए अयोध्या हारना बड़ी हार थी यही कारण है कि इस बार बीजेपी का जोर समाजवादी की सीट पर जीत हासिल करके यूपी में यह संदेश दें कि पार्टी अभी भी लोगों के बीच मजबूत है।