✍️ विकास यादव
वाराणसी, 11 फरवरी 2025, मंगलवार। काशी में स्थित अतिसंवेदनशील काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के साथ खिलवाड़ का मामला सामने आया है। एक वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि मंदिर के बाहर कुछ लोग दर्शनार्थियों से धन लेकर उन्हें मंदिर की बाउंड्री वाल पार करवा रहे हैं। यह मामला काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। मंदिर प्रशासन ने कहा है कि मामले की जांच कराई जाएगी, लेकिन यह घटना आतंकियों के निशाने पर रहने वाले इस मंदिर की सुरक्षा के प्रति गंभीर चिंता पैदा करती है।
काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है, और यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर हिंदू धर्म के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है। इस मामले में केंद्रीय ब्राह्मण सभा के प्रदेश अध्यक्ष व सनातन रक्षक दल प्रमुख अजय शर्मा ने कहा है कि महाकुंभ के पलट प्रवाह के चलते काशी में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर आ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा है कि मंदिर के बाहर कई दलाल श्रद्धालुओं से पैसे लेकर उन्हें मंदिर की बाउंड्री वाल पार करवाकर दर्शन करवा रहे हैं। अजय शर्मा ने कहा कि चेकिंग के नाम वृद्ध, विकलांग और मासूम बच्चों को विश्व के नाथ विश्वनाथ के दर्शन के लिए घण्टों लाइन में लगाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर दलाल पैसे लेकर बाउंड्री डकाकर मंदिर के अंदर प्रवेश करवा रहे हैं। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
वाराणसी के समाजसेवी विकास शुक्ला ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था में यह घटना एक बड़ी लापरवाही है। उन्होंने कहा है कि मंदिर में इतनी अचूक सुरक्षा होने के बावजूद भी बॉउंड्री वाल पार करके आपत्तिजनक सामग्री आसानी से अंदर ले जाई जा सकती है। यह सवाल उठता है कि अगर मंदिर में इतनी सख्त सुरक्षा है, तो फिर आम लोगों को महाकुंभ मेले में चेकिंग के नाम पर परेशान क्यों किया जा रहा है?
यह मामला काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। मंदिर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को इस मामले की जांच करनी चाहिए और आवश्यक कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।