नई दिल्ली, 16 जनवरी 2025, गुरुवार। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने 15 जनवरी, 2025 को भारतीय सेना के 77वें सेना दिवस पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह दिन बेहद खास है जो हमें उस अटूट समर्पण, साहस, अदम्य भावना की याद दिलाता है जो भारत की थल सेना की हर चुनौतीपूर्ण विषम परिस्थिति में पहचान है।
जनरल अनिल चौहान ने आगे कहा कि भारतीय सेना की विरासत चुनौतियों के अनुकूल होने, संप्रभुता को बनाए रखने और निस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा करने की इसकी विश्वसनीय क्षमता पर बनी है जो इंडियन आर्मी के अथक साहसपूर्ण प्रयास से बनी हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध की बदलती गतिशीलता और सेना में आधुनिक प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग से युद्ध को हाईटेक, ज़्यादा साइंटिफिक और साइबर फ्रेंडली बना रही है। उन्होंने आगे कहा कि नए युग की तकनीकें और अवधारणाएँ जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा सेंट्रिक आर्किटेक्चर द्वारा संचालित ऑटोमेशन, स्टेल्थ और हाइपरसोनिक तकनीकों द्वारा समर्थित सेलेरिटी सेंट्रिक वारफेयर और ऑटोनॉमस वाहनों द्वारा संचालित रोबोटिक्स के इस्तेमाल भविष्य के युद्धों को लड़ने के तरीके को बदल रहे हैं।
जनरल अनिल चौहान ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि भविष्य में कोई भी युद्ध पिछले युद्ध की तरह नहीं लड़ा जाएगा और किसी भी सेना का उद्देश्य युद्ध जीतना होता है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सेना को दुश्मनों से आगे रहने के लिए अपनी रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं को लगातार उन्नत करने और तकनीकी रूप से अनुकूलित करने की आवश्यकता होगी।