मौनी अमावस्या पर आज श्रद्धालु सर्वार्थ सिद्धि योग में उत्तरवाहिनी गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। सूर्योदय के साथ ही स्नान, दान और पूजन के अनुष्ठान शुरू हो रहे हैं। अस्सी से राजघाट के बीच तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना है। शुभ योग में मौनी अमावस्या का व्रत और स्नान करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं।
बृहस्पतिवार की शाम से ही पूर्वांचल के जिलों से स्नान के लिए श्रद्धालुओं के काशी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। ठंड के बावजूद मध्य रात्रि में दशाश्वमेध, शीतला, राजेंद्र प्रसाद घाट समेत सभी घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ लग गई थी। अस्सी से राजघाट के बीच प्रमुख घाटों पर श्रद्धालु मौनी अमावस्या का स्नान करेंगे।
मौनी अमावस्या के दिन सबसे शुभ माना जाने वाला सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7:05 बजे से रात 11:29 बजे समाप्त होगा। घाटों पर तीर्थ पुरोहितों के साथ ही सामाजिक संस्थाओं ने भी शिविर लगाने की तैयारियां देर रात तक पूरी कीं। सामाजिक संस्थाओं की ओर से गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक जगह-जगह शिविर लगाए जाएंगे।