लखनऊ, 6 अगस्त 2025: मथुरा में राज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर कमलेश कुमार पांडेय को एक अधीनस्थ महिला अधिकारी द्वारा लगाए गए यौन शोषण और अनैतिक व्यवहार के गंभीर आरोपों के बाद निलंबित कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर बांदा के संयुक्त आयुक्त कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
मामले की जांच के लिए गठित आंतरिक परिवाद समिति (विशाखा) पर भी गंभीर सवाल उठे हैं। समिति पर आरोपी अधिकारी को बचाने और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन न करने का आरोप है। इसके चलते समिति के छह सदस्यों को भी निलंबित कर दिया गया है। निलंबित अधिकारियों में सहायक आयुक्त कोमल छाबड़ा (सचल दल इकाई-2, मथुरा), उपायुक्त प्रतिभा (विशेष अनुसंधान शाखा, मथुरा), सहायक आयुक्त पूजा गौतम (राज्य कर खंड-2, मथुरा), उपायुक्त संजीव कुमार (राज्य कर खंड-5, मथुरा), राज्य कर अधिकारी सुनीता देवी (खंड-3, मथुरा) और उपायुक्त वीरेंद्र कुमार (खंड-3, मथुरा) शामिल हैं।
राज्य कर विभाग ने इस मामले की गहन जांच के लिए विशेष सचिव कृतिका ज्योत्सना को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। विभाग ने साफ किया है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। यह मामला विभाग में कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा और आंतरिक जांच प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठा रहा है।