झांसी, 16 नवंबर 2024, शनिवार। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लग गई, जिसमें 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। घटना रात करीब साढ़े 10 बजे की है। आग की वजह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग बताई जा रही है, जिसके बाद धमाका हुआ और पूरे वार्ड में आग फैल गई। वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। सूचना पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंचीं और 2 घंटे में आग पर काबू पाया गया। घटना के बाद मेडिकल कॉलेज में अफरा-तफरी मच गई।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे के तुरंत बाद हाईलेवल मीटिंग की। उन्होंने कमिश्नर और DIG को 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने के आदेश दिए। डिप्टी सीएम और हेल्थ मिनिस्टर ब्रजेश पाठक ने झांसी पहुंचकर कहा, “हादसे की 3 जांच होगी। पहली स्वास्थ्य विभाग करेगा। दूसरी- पुलिस करेगी। तीसरा- मजिस्ट्रेट करेगा। अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।” इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है और लोगों में आक्रोश है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन और सरकार की ओर से जल्द ही जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
मृतक बच्चों के परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने की दर्दनाक घटना के बाद मृतक बच्चों के परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। इसके अलावा, घायल बच्चों के परिजनों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा भी की गई है।
डिप्टी सीएम बोले- 24 घंटे में आएगी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट
झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना के बाद डिप्टी सीएम ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे के अंदर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद मजिस्ट्रेट जांच की रिपोर्ट आने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। यह बयान डिप्टी सीएम ने झांसी में मेडिकल कॉलेज के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद दिया। उन्होंने घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन करने की भी घोषणा की। डिप्टी सीएम ने कहा, “हम इस घटना की जांच के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। 24 घंटे के अंदर प्रारंभिक रिपोर्ट आ जाएगी और उसके बाद मजिस्ट्रेट जांच की रिपोर्ट आने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।” इस घटना में 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मेडिकल कॉलेज प्रशासन और सरकार की ओर से जल्द ही जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
डिप्टी सीएम बोले- ऑक्सीजन की वजह से आग लगी, इसलिए तेजी से भड़की
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि आग ऑक्सीजन की वजह से लगी थी, जिससे यह तेजी से भड़क गई। डिप्टी सीएम ने आगे बताया कि घटना के बाद वार्ड ब्वाय ने फायर फाइटिंग के सिलेंडरों को खोलकर चलाया, लेकिन ऑक्सीजन की वजह से आग को रोक पाना मुश्किल हो गया। उन्होंने कहा कि स्टाफ और परिजनों ने मिलकर बच्चों का रेस्क्यू किया और उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया।
डिप्टी सीएम बोले- 3 शवों की अभी तक पहचान नहीं
झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने की घटना पर डिप्टी सीएम ने कहा कि फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था और जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी, लेकिन इसके बावजूद यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, इसका जवाब जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दिया जा सकता है। इस घटना में 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई, जिनमें से सात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, जबकि तीन शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। डिप्टी सीएम ने कहा कि नवजात शिशुओं के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी ताकि वे इस दुख की घड़ी में अपने जीवन को फिर से संवार सकें।
यह घटना पूरे देश के लिए एक बड़ा झटका है और इससे यह सवाल उठता है कि हमारे अस्पतालों में सुरक्षा के उपाय कितने प्रभावी हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हम इस घटना के कारणों का पता लगा सकते हैं और आवश्यक कार्रवाई कर सकते हैं।