नई दिल्ली, 27 दिसंबर 2024, शुक्रवार। यूपी सरकार में मंत्री और आईपीएस अधिकारी रहे असीम अरुण पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ एसपीजी में तीन साल काम कर चुके हैं। डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर उन्हें याद करते हुए असीम अरुण ने कहा कि सादगी और अनुशासन कोई मनमोहन सिंह से सीख सकता था। वह समय से पहले हर कार्यक्रम में जाने के लिए तैयार रहते थे। वहीं, उन्हें लोगों से शांतिपूर्ण ढंग से काम निकलवाना भी आता था।
मनमोहन सिंह के निधन के बाद, असीम अरुण ने उनकी सादगी और मारुति 800 के प्रति गहरे लगाव को याद किया। असीम अरुण ने बताया कि मनमोहन सिंह के पास सिर्फ एक कार थी, मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी। वह अक्सर उनसे कहते थे, ‘असीम, मुझे इस कार में यात्रा करना पसंद नहीं है; मेरी गाड़ी यही (मारुति) है।’
असीम अरुण ने यह भी बताया कि मनमोहन सिंह को अपनी मारुति 800 से बहुत लगाव था। वह अक्सर इस कार में यात्रा करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से ऐसा नहीं हो पाता था। असीम अरुण ने बताया कि जब भी काफिला मारुति के पास से गुजरता था, तो मनमोहन सिंह इसे हसरत भरी निगाहों से देखते थे, मानो एक मध्यम वर्गीय व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान की पुष्टि कर रहे हों जो आम आदमी की परवाह करता है।