नई दिल्ली, 3 अगस्त 2025: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। अय्यर ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने से इनकार करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भारत के पास ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं है, जो यह साबित कर सके कि हमले के पीछे पाकिस्तान की कोई एजेंसी थी। उनके इस बयान ने सियासी हलकों में नया बवाल खड़ा कर दिया है।
“हम ही छाती पीटकर कह रहे हैं, हाय-हाय पाकिस्तान जिम्मेदार”
एक न्यूज एजेंसी को दिए बयान में अय्यर ने कहा, “जिन 33 देशों में प्रतिनिधिमंडलों भेजा गया था, उनमें से किसी ने भी इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया। न संयुक्त राष्ट्र ने, न ही अमेरिका ने पाकिस्तान को दोषी माना। बस हम अकेले चिल्ला-चिल्लाकर कह रहे हैं कि पाकिस्तान जिम्मेदार है। हम ऐसा कोई सबूत पेश नहीं कर पाए, जो यह साबित करे कि इसके पीछे पाकिस्तान की कौन सी एजेंसी थी।”
पहलगाम हमले का पृष्ठभूमि
22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए धर्म पूछकर गोलीबारी की थी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की हालिया रिपोर्ट में द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसके तार लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े होने की बात सामने आई है। UNSC की 36वीं रिपोर्ट में कहा गया कि यह हमला LeT के समर्थन के बिना संभव नहीं था। हालांकि, TRF ने बाद में अपना दावा वापस ले लिया था।
कांग्रेस की ‘क्लीन चिट’ की सियासत
मणिशंकर अय्यर का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद कांग्रेस के कुछ नेता पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश में जुटे दिख रहे हैं। इससे पहले, कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम भी इस हमले को लेकर पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल उठा चुके हैं। अय्यर के बयान ने केंद्र सरकार की उस कोशिश को कटघरे में खड़ा कर दिया, जिसमें वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद के लिए जिम्मेदार ठहराने की कोशिश कर रही है।
विपक्ष का हमला, BJP की प्रतिक्रिया
अय्यर के बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “कांग्रेस का पाकिस्तान प्रेम बार-बार सामने आता है। जब देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है, तब कांग्रेस के नेता पाकिस्तान को बचाने में जुटे हैं।”
आगे क्या?
मणिशंकर अय्यर का यह बयान न केवल सियासी गलियारों में हलचल मचाने वाला है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की स्थिति को भी प्रभावित कर सकता है। क्या कांग्रेस अपने नेताओं के बयानों पर लगाम लगाएगी, या यह विवाद और तूल पकड़ेगा? यह देखना दिलचस्प होगा।