नई दिल्ली, 18 फरवरी 2025, मंगलवार। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ अब मृत्युकुंभ में बदल गया है। ममता बनर्जी ने विधानसभा में अपने भाषण के दौरान यह बयान दिया। ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि महाकुंभ के आयोजन के लिए ढंग से योजना नहीं बनाई गई और वीआईपी लोगों को विशेष सुविधा दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोजन में भारी भीड़ के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। उन्होंने महाकुंभ में हुए भगदड़ पर भी भाजपा सरकार को घेरा और कहा कि वहां भीड़ नियंत्रण के इंतजाम नहीं हैं।
ममता बनर्जी ने कहा, यह ‘मृत्यु कुंभ’ है… मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं लेकिन कोई योजना नहीं है… कितने लोग बरामद हुए हैं?… अमीरों, वीआईपी लोगों के लिए 1 लाख रुपये तक के कैंप (टेंट) की व्यवस्था है। गरीबों के लिए कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है… मेले में भगदड़ की स्थिति आम है, लेकिन व्यवस्था करना महत्वपूर्ण है। आपने क्या योजना बनाई थी?
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भाजपा विधायकों को नफरत फैलाने और लोगों को विभाजित करने की अनुमति नहीं देती है।
इससे पहले, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने महाकुंभ को फालतू बताया था। इसके अलावा, विपक्ष के कई नेता महाकुंभ में वीआईपी कल्चर को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमले कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवगोपाल यादव ने कहा कि महाकुंभ को लेकर 144 साल वाला कोई भी जिक्र ग्रंथ में नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार महाकुंभ के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश कर रही है।