वाराणसी। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण अयोग्य डॉक्टरों का काला कारनामा समय-समय पर उजागर होता रहता है। अयोग्य व अप्रशिक्षित डॉक्टरों पर लगाम कसने में स्वास्थ्य विभाग लाचार नजर आता है। जिससे इलाज के नाम पर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ होता रहता है। वाराणसी में डॉक्टर की लापरवाही से प्रसूता की मौत हो गई। प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान अस्पताल की महिला डॉक्टर सेहरा खातून मौके से फरार हो गई। फिलहाल पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। मामला वाराणसी के चोलापुर थानाक्षेत्र के गोसाईपुर स्थित के निजी अस्पताल का है।
वहीं, पुलिस को तहरीर देते हुए मृतिका पूनम (22) के पति पवन कुमार ने बताया कि मैंने अपनी पत्नी को डिलेवरी के लिए डॉ सेहरा खातून के हॉस्पिटल आशीर्वाद में 30 अगस्त की दोपहर में एडमिट कराया था। डॉक्टर ने बताया था कि रात में किसी समय डिलेवरी होगी। इसके बाद 30/31 अगस्त की रात में डॉक्टर ने पूनम को खून की कमी बताई और कहा की दो यूनिट खून चाहिए होगा। इसके बाद मेरा और मेरे दोस्त राहुल सिंह का खून डायरेक्ट मेरी पत्नी को चढ़ाया गया। इसके बाद देर रात मेरी पत्नी का डिलेवरी के लिए जबरदस्ती ऑपरेशन कर दिया गया। डॉक्टर ने हमें बताया की आप को लड़की हुई और लड़की दिखाई लेकिन पूनम से मिलने नहीं दिया।
पवन ने आगे बताया कि शनिवार की सुबह डॉक्टर ने कहा पत्नी की हालत सीरियस है। उसे नोवा हॉस्पिटल ले जाइये और हमें रेफर कर दिया। हम वहां पहुंचे तो डॉक्टर ने देखते हुए पूनम को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद हम वापस हॉस्पिटल पहुंचे तो डॉक्टर फरार हो चुकी थी। वहीं, इस मामले में थानाध्यक्ष चोलापुर ने बताया कि कुछ लोगों ने आशीर्वाद हॉस्पिटल पर हंगामा किया था। हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। वहां मौजूद लोगों ने डॉ सेहरा खातून पर लापरवाही का आरोप लगाया गया। इसपर तहरीर के मुताबिक़ एफआईआर दर्ज करते हुए भारतीय न्याय संहिंता की धारा 106 (1) के अंतर्गत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।