मुंबई, 28 जून 2025: इथियोपियन एयरलाइंस की फ्लाइट ET640 में शुक्रवार देर रात उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अदीस अबाबा से मुंबई आ रहे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर में मिड-एयर डिप्रेशराइजेशन की गंभीर समस्या पैदा हो गई। इस घटना में सात यात्रियों की तबीयत बिगड़ गई, जिनमें से एक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। करीब 300 यात्रियों को लेकर आ रहे इस विमान ने रात 1:55 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग की।
यह घटना तब हुई, जब विमान (ET-AXS) अरब सागर के ऊपर 33,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। अचानक केबिन में हवा का दबाव कम होने से यात्रियों और चालक दल में असुविधा फैल गई। सात यात्रियों ने सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आने की शिकायत की। पायलटों ने तुरंत आपात स्थिति घोषित की और विमान को तेजी से कम ऊंचाई पर लाकर मुंबई में सुरक्षित उतार लिया। प्रभावित यात्रियों को तत्काल चिकित्सा सहायता दी गई, जिसमें एक यात्री को अस्पताल ले जाना पड़ा, जबकि बाकी छह का हवाई अड्डे पर ही प्राथमिक उपचार हुआ।
यह घटना 23 जून को एयर इंडिया की हीथ्रो-मुंबई उड़ान में 11 लोगों, जिनमें छह क्रू मेंबर शामिल थे, को चक्कर और मिचली की शिकायत के कुछ ही दिनों बाद हुई है। उस घटना के कारणों की जांच अभी जारी है। इस ताजा हादसे ने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की सुरक्षा पर सवाल और गहरा कर दिए हैं। हाल ही में, अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की एक बोइंग 787-8 उड़ान टेकऑफ के 36 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 241 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे के बाद बोइंग 787 के रखरखाव और सुरक्षा मानकों की वैश्विक स्तर पर जांच तेज हो गई है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है ताकि डिप्रेशराइजेशन के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। बोइंग 787 की विश्वसनीयता पर बढ़ते सवालों के बीच उड्डयन उद्योग पर इन बार-बार होने वाली घटनाओं को रोकने का दबाव बढ़ रहा है।