वाराणसी, 30 जून 2025: काशी के हृदय में बसे मैदागिन चौराहा और काल भैरव मंदिर मार्ग अब नए रंग-रूप में निखरने को तैयार हैं। वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) की महत्वाकांक्षी सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत इन स्थानों को न केवल आधुनिक स्वरूप मिलेगा, बल्कि काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान भी और गहरी होगी। सोमवार को VDA उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने इन स्थलों का निरीक्षण कर कार्यों की प्रगति जांची और अधिकारियों को समयबद्धता के साथ संस्कृति और सुविधा का संतुलन बनाए रखने के निर्देश दिए।
मैदागिन चौराहे का बदलेगा स्वरूप
शहर के सबसे व्यस्त चौराहों में शुमार मैदागिन अब आधुनिकता और परंपरा के अनूठे संगम का प्रतीक बनेगा। यहां नक्काशीदार लोहे की रेलिंग, हरे-भरे पौधों की हरियाली, आकर्षक पाथवे और स्थानीय कला-स्थापत्य से प्रेरित सजावट होगी। यह चौराहा न केवल आंखों को सुकून देगा, बल्कि यातायात को भी सुगम बनाएगा।
काल भैरव मार्ग बनेगा ‘आध्यात्मिक गली’
काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव मंदिर की ओर जाने वाला मार्ग अब एक आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव कराएगा। धार्मिक भित्ति चित्रों और पेंटिंग्स से सजा यह मार्ग ‘ॐ’ की पवित्र ध्वनि से गूंजेगा, जिसके लिए विशेष ध्वनि प्रणाली स्थापित की जाएगी। यह अनूठा प्रयास श्रद्धालुओं और पर्यटकों को काशी की आध्यात्मिक आभा से जोड़ेगा।
VDA उपाध्यक्ष का संकल्प
निरीक्षण के दौरान VDA उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने कहा, “काशी की आत्मा उसकी संस्कृति और परंपरा में बसती है। कोई भी विकास कार्य उसकी पहचान को नजरअंदाज नहीं कर सकता।” उन्होंने स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों से संवाद के साथ पारदर्शी तरीके से कार्य पूरा करने पर जोर दिया।
सुंदरता के साथ सुगमता का वादा
यह परियोजना सिर्फ सौंदर्यीकरण तक सीमित नहीं है। बेहतर यातायात व्यवस्था और सुव्यवस्थित सुविधाओं के साथ यह श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक दिव्य और अविस्मरणीय अनुभव देगी। काशी की सांस्कृतिक धरोहर को संजोते हुए यह परियोजना शहर को और भी आकर्षक बनाएगी।
काशी अब और निखरेगी, और गूंजेगी उसकी आध्यात्मिक ध्वनि!