मुंबई, 5 जून 2025, गुरुवार: महाराष्ट्र अब केवल भारत का ही नहीं, बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है। भविष्य के उद्योगों और नवाचार के लिए तैयार यह राज्य, निवेश और विकास का नया प्रतीक है। यह बात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने होटल ताज पैलेस, मुंबई में बैंक ऑफ अमेरिका द्वारा आयोजित ‘2025 इंडिया कॉन्फ्रेंस: एक्सेलेरेटिंग ग्रोथ – महाराष्ट्र @ वन ट्रिलियन’ कार्यक्रम में कही।
‘मेक इन इंडिया’ का सबसे बड़ा लाभार्थी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहल का सबसे अधिक लाभ महाराष्ट्र को मिला है। हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने देश की रक्षा उत्पादन क्षमता को प्रदर्शित किया। उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में रक्षा क्लस्टर होने के बावजूद, महाराष्ट्र ही रक्षा उत्पादन का असली केंद्र है।
डेटा सेंटर और फिनटेक का गढ़
महाराष्ट्र देश की 60% डेटा सेंटर क्षमता का घर है। मुंबई अब भारत की फिनटेक राजधानी बन चुकी है और स्टार्टअप्स के लिए भी एक प्रमुख केंद्र है।
वैश्विक निवेशकों की पसंद
फडणवीस ने कहा कि वैश्विक निवेशक सुरक्षित और रणनीतिक स्थानों की तलाश में हैं, जो वैश्विक सप्लाई चेन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। भारत, विशेषकर महाराष्ट्र, इस दिशा में पूरी तरह तैयार है। दावोस आर्थिक मंच में महाराष्ट्र ने 16 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश समझौते हासिल किए, जिनमें मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का बड़ा हिस्सा है।
‘चौथी मुंबई’ की भव्य योजना
मुंबई के सीमित भौगोलिक विस्तार को देखते हुए ‘चौथी मुंबई’ की संकल्पना प्रस्तुत की गई है।
- अटल सेतु (22 किमी लंबा समुद्री पुल) ने मुंबई और नवी मुंबई को जोड़ा।
- नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अगस्त से शुरू होगा।
इस क्षेत्र में तीन गुना बड़ा नया शहर बनेगा, जिसमें शामिल होंगे:
- एजु-सिटी: 10 अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय
- स्पोर्ट्स सिटी, मेडिसिन सिटी, नॉलेज सिटी, इनोवेशन सिटी
वधावन पोर्ट: भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह
‘चौथी मुंबई’ वधावन पोर्ट के आसपास विकसित होगी। यहाँ भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह और एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनेगा। बुलेट ट्रेन और कोस्टल रोड को भी इस क्षेत्र तक विस्तारित किया जाएगा।
टियर 2 और 3 शहरों का औद्योगिक विकास
मुंबई, ठाणे और पुणे के बाहर, राज्य सरकार अब टियर 2 और 3 शहरों में निवेश को बढ़ावा दे रही है:
- छत्रपति संभाजीनगर: इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) हब।
- गडचिरोली: नया स्टील सिटी (₹1 लाख करोड़ निवेश)।
- नागपुर, नासिक, धुले: आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और अन्य क्षेत्रों में भारी निवेश।
इन शहरों में उद्योगों के साथ-साथ आधारभूत सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
महाराष्ट्र 2029: विकास की कार्ययोजना
मुख्यमंत्री ने बताया कि 100 दिनों की योजना के सकारात्मक परिणामों के बाद अब 150 दिनों की नई योजना शुरू की जा रही है। सभी विभागों को महाराष्ट्र 2047 के दीर्घकालिक लक्ष्य के साथ तीन चरणों में काम करना है:
- दीर्घकालिक: महाराष्ट्र 2047
- मध्यम अवधि: महाराष्ट्र 2035
- तात्कालिक: महाराष्ट्र 2029
इन योजनाओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और अत्याधुनिक तकनीक का समावेश होगा, जिससे प्रशासन और उद्योगों में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे।
महाराष्ट्र, अपने मजबूत बुनियादी ढांचे, नवाचार और निवेश-अनुकूल नीतियों के साथ, वैश्विक मंच पर भारत का नेतृत्व करने को तैयार है।