महाराष्ट्र में इन दिनों राज्य सरकार की तरफ से मातृशक्ति को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसकी शुरुआत राज्य के नए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तरफ से अपने शपथ ग्रहण समारोह में की गई थी। जहां उन्होंने मराठी भाषा में शपथ लेते हुए अपने नाम के साथ पहले अपनी मां का नाम फिर अपने पिता का नाम लिया था। इसे उसी वक्त उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी ऐसा ही किया। ये पहला मौका था जब किसी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में मुखिया और उप मुखिया की तरफ से मां का नाम लिया गया था।
बता दें कि महाराष्ट्र समेत दक्षिण के राज्यों में आमतौर पर अपने नाम के साथ पिता का नाम जोड़ने की बहुत पहले से ही परंपरा रही है, लेकिन पहली बार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तरफ से शुरू की गई ये परंपरा आगे भी देखने को मिली। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के 12 दिन बाद जहां तीन नेताओं ने इसकी शुरुआत की, वहीं चुनावी नतीजे जारी होने के 21 दिन बाद हुए कैबिनेट विस्तार के दौरान भी यही हुआ। तब 39 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण के दौरान अपने नाम के साथ पहले मां और फिर पिता के नाम लिया।
इसके बाद आज शनिवार 21 दिसंबर को राज्य सरकार की तरफ से मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया गया है। इसमें भी वहीं देखने को मिला है, राजभवन से जारी मंत्रियों में विभाग के बंटवारे वाली सूची में सभी मंत्री (मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों) के नाम के साथ उनके मां और पिता का नाम लिखा हुआ है।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ राज्य सरकार के कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 42 हो गई है। इसमें भाजपा के 19, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 11 और अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के 9 मंत्री बने हैं। राज्य सरकार में कुल चार महिलाएं भी मंत्री बनाई गईं हैं।