उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कल से महामेला लगेगा। कल से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शुरू हो रहा है और अगले दिन से जी-20 की बैठकों का सिलसिला भी शुरू होने जा रहा है। समिट तीन दिन चलेगा और जी-20 की बैठकें लंबी चलेंगी।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और प्रदेश के चार कमिश्नरेट में प्रस्तावित जी-20 आयोजन के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। इसके लिए 24 आईपीएस अधिकारी, 68 पीपीएस तथा 5415 अराजपत्रित अधिकारी, कर्मचारी लगाए गए हैं।एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक 10 से 12 फरवरी तक लखनऊ कमिश्नरेट में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होना है। इसके अलावा 11 चरणों मेंं कमिश्नरेट लखनऊ, आगरा, वाराणसी तथा गौतमबुद्धनगर में 11 फरवरी से 27 अगस्त तक जी-20 की बैठकें होनी हैं। लखनऊ में जी-20 की बैठक 13 से 15 फरवरी तक है। इन सभी के लिए पुख्ता तैयारियां की गई हैं। सुरक्षा में एंटी ड्रोन सिस्टम के साथ कमांडो, अधिकारियों के अलावा 13 कंपनी पीएसी तथा 3 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनात की गई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में उत्तर प्रदेश की आबादी एवं सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के सापेक्ष अच्छा निवेश मिलेगा। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि समिट में 25 सेक्टरों में होने वाला निवेश प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए अनंत संभावनाएं पैदा करेगा। इससे युवाओं को देश के अन्य स्थानों पर नौकरी या रोजगार के लिए नहीं जाना पड़ेगा। वहीं एक अन्य ट्वीट में योगी ने कहा कि स्टार्टअप स्थापित करने की चाह रखने वाले विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी में दी जाने वाली सब्सिडी की जानकारी दी जानी चाहिए।उल्लेखनीय है कि अब तक 23 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू साइन हो चुके है। यूपी की आबादी 24 करोड़ से ज्यादा है और जीडीपी भी 23 लाख करोड़ अनुमानित है। ऐसे में माना जा रहा है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश का आंकड़ा 25 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंच सकता है।