वाराणसी 10 अक्टूबर 2024, गुरुवार। मधुर मनोहर अतीव सुंदर, ये सर्व विद्या की राजधानी का भाव छात्रों के मन में यूं ही नहीं तरंगित हो रहा है। महामना की बगिया सनातनी छात्रों की पहली पसंद बनती जा रही है। बीएचयू का भारत अध्ययन केंद्र अब स्नातक और परास्नातक के छात्र-छात्राओं को ‘धर्मशास्त्र’ का अध्ययन कराएगा। केंद्र की तरफ से देश भर के विश्वविद्यालयों और कालेजों के छात्रों से आनलाइन और आफलाइन आवेदन मांगे गए हैं। 15 से 25 अक्टूबर तक 10 दिन तक दो सत्रों में एक-एक घंटे (सुबह 11.30 से 12.30 बजे और दोपहर 12.45 से 1.45 बजे) तक कक्षाएं चलेंगी। इस शार्ट टर्म कोर्स के लिए धर्मशास्त्र के सुप्रसिद्ध विद्वानों को केंद्र ने जोड़ा है।
भारत अध्ययन केंद्र में 15 से 25 अक्टूबर तक दो सत्रों में संचालित होंगे 21 विषय
बीएचयू के अलावा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र वाराणसी के 15 से अधिक शिक्षक विषयों को विस्तार देंगे। वह धर्मशास्त्र की भूमिका, धर्मलक्षण, देशकाल स्थिति का वैशिष्ट्य, उत्तराधिकार, पंचमहायज्ञ, दत्तक विचार, संस्कृत साहित्य में स्मृति दर्शन, काल व्यवस्था, धर्मशास्त्र और भारतीय कला, राजधर्म, पुरुषार्थ, तीर्थयात्रा, दंडनीति, भारतीय विधि शास्त्र, विवाह, सृष्टि विज्ञान, संस्कार और अंत्येष्टि समेत 21 विषयों का परिज्ञान कराएंगे।
देशभर के विश्वविद्यालयों व कालेजों से मांगे गए आवेदन, 50 से अधिक पंजीकरण
अब तक 50 से अधिक छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण करा लिया है। कक्षाएं आनलाइन एवं आफलाइन दोनों माध्यमों से संचालित होगी। भारत अध्ययन केंद्र के टीचिंग एसोसिएट डा. जसबीर आर्या ने बताया कि स्नातक और स्नातकोत्तर के नियमित छात्रों के लिए एक हजार से 1500 रुपये पंजीकरण शुल्क निर्धारित किया गया है, इसके लिए 14 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन कराना होगा। कोर्स पूरा करने वाले अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट जारी होगा, जो उनके करियर में बहुत काम आएगा।
पहले मापअप राउंड में 700 अभ्यर्थियों के शुल्क जमा
बीएचयू में स्नातक की खाली सीटों को भरने के लिए पहला मापअप राउंड बुधवार को पूरा हो गया। 1500 अभ्यर्थियों को सीटें आवंटित की गई थीं, उन्हें नौ अक्टूबर तक फीस जमा करने के लिए कहा गया था। समयावधि पूर्ण हो गई है, देर शाम तक करीब सात सौ अभ्यर्थियों ने शुल्क जमा कर लिया था। अभी भी करीब आठ सौ सीटें खाली हैं। इसके लिए गुरुवार से दूसरा मापअप राउंड शुरू किया जाएगा। शाम तक सीटों का एलाटमेंट हो जाएगा। केंद्रीय प्रवेश समिति के अध्यक्ष प्रो. भास्कर भट्टाचार्य ने बताया कि यूजी की पूरी प्रवेश प्रक्रिया के दौरान करीब 8500 अभ्यर्थियों ने अपनी सीट पक्की कर ली है। कक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं। मापअप में जिन्होंने फीस जमा कर दिया है, उन्हें कक्षाओं में शामिल होने का अवसर मिलेगा। अभी करीब 2500 अभ्यर्थी वेटिंग में हैं। दूसरे मापअप में रिक्त सीटों के हिसाब से अभ्यर्थी सूचीबद्ध होंगे।