प्रयागराज, 31 दिसंबर 2024, मंगलवार। महाकुम्भ 2025 में आस्था और अध्यात्म के विविध रंग निखरने लगे हैं। प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे इस महाकुम्भ में सनातन धर्म के शिखर संन्यासियों के दो अखाड़ों, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी और श्री तपोनिधि आनंद अखाड़ा पंचायती ने एक ही दिन में महाकुम्भ क्षेत्र में अपने अखाड़े की धर्म ध्वजा स्थापित की है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के संत रविंद्र पुरी ने बताया कि उनके अखाड़े की परम्परा है कि धर्म ध्वजा स्थापना में अखाड़े का कोई भी श्री महंत या बड़ा पदाधिकारी हिस्सा नहीं लेता। इसलिए नागा संन्यासियों की अगुवाई में अखाड़े की धर्म ध्वजा स्थापित हुई। अब 4 जनवरी को निरंजनी अखाड़े का छावनी प्रवेश होगा।
श्री तपोनिधि आनंद अखाड़ा पंचायती की धर्मध्वजा की भी स्थापना हुई है। अखाड़े के अध्यक्ष स्वामी शंकरानन्द सरस्वती ने बताया कि 41 फीट के ध्वज दंड में अखाड़े के प्रमुख संतों की मौजूदगी में पूरे विधि विधान के साथ अखाड़े की धर्म ध्वजा स्थापित कर दी गई। इसी धर्म ध्वजा के नीचे अखाड़े के इष्ट देवता को छावनी प्रवेश के बाद स्थान दिया जाएगा।