नई दिल्ली, 29 दिसंबर 2024, रविवार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 117वें एपिसोड में महाकुम्भ 2025 की चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी के मध्य महाकुम्भ का आयोजन होने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने देशवासियों को बताया कि संगम तट पर जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री ने महाकुम्भ को एक हो पूरा देश का संदेश बताया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का संदेश एकता और अखंडता का है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी महाकुम्भ की तैयारियों का अवलोकन किया है और श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया है। महाकुम्भ 2025 में मेला क्षेत्र से लेकर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं में व्यापक विस्तार किया गया है। यह आयोजन एकता, अखंडता और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने का एक अवसर है।
महाकुम्भ: अनेकता में एकता का अद्वितीय संदेश
प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में कहा कि महाकुम्भ की विशेषता न केवल इसकी विशालता में है, बल्कि इसकी विविधता में भी है। इस आयोजन में करोड़ों लोग एक साथ एकत्र होते हैं, जिसमें लाखों संत, हजारों परंपराएं, सैकड़ों संप्रदाय और अनेक अखाड़े शामिल होते हैं। यहां कोई भेदभाव नहीं होता और न ही कोई बड़ा-छोटा होता है। यह ‘अनेकता में एकता’ का अद्वितीय दृश्य है, जो विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलता है। इसलिए, हमारा कुम्भ ‘एकता का महाकुम्भ’ भी होता है। प्रधानमंत्री ने अपील की कि जब हम कुम्भ में शामिल हों, तो एकता के इस संकल्प को अपने साथ लेकर वापस आएं और समाज में विभाजन-विद्वेष के भाव को नष्ट करने का संकल्प भी लें।
महाकुम्भ 2025: डिजिटल क्रांति से सजेगा प्रयागराज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की है कि इस बार प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुम्भ में देश-दुनिया के श्रद्धालु डिजिटल महाकुम्भ के भी साक्षी बनेंगे। इस आयोजन में डिजिटल नेविगेशन की मदद से आगंतुकों को अलग-अलग घाट, मंदिर, साधुओं के अखाड़े तक पहुंचने का रास्ता मिलेगा, साथ ही यह नेविगेशन सिस्टम पार्किंग तक पहुंचने में भी मदद करेगा। महाकुम्भ में पहली बार एआई चैटबॉट का प्रयोग किया जाएगा, जिसके माध्यम से 11 भारतीय भाषाओं में कुम्भ से जुड़ी हर जानकारी हासिल की जा सकेगी। इस चैट बॉट से टेक्स्ट टाइप करके या बोलकर किसी भी तरह की मदद मांगी जा सकती है।
इसके अलावा, मेला क्षेत्र को एआई पावर्ड कैमरा से कवर किया जा रहा है, जिससे कुम्भ में कोई बिछड़ जाए तो उन्हें खोजने में मदद मिलेगी। श्रद्धालुओं को डिजिटल लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर की सुविधा भी मिलेगी। श्रद्धालुओं को मोबाइल पर गवर्नमेंट अप्रूव्ड टूर पैकेजेस, ठहरने की जगह और होमस्टे के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने सभी आगंतुकों से अपील की है कि महाकुम्भ में जाएं तो इन सुविधाओं का लाभ अवश्य उठाएं और एकता का महाकुंभ के साथ सेल्फी जरूर अपलोड करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महाकुम्भ तैयारियों में सक्रियता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुम्भ की तैयारियों में काफी सक्रिय हैं। उन्होंने स्वयं महाकुम्भ की कमान संभाली है और नियमित रूप से प्रयागराज पहुंचकर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। उनके निर्देश पर पांच जनवरी तक मेला क्षेत्र में सभी कार्य पूर्ण किए जा रहे हैं। दिसंबर माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार बार प्रयागराज का दौरा किया और यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि वे महाकुम्भ की तैयारियों को लेकर कितने गंभीर हैं।
महाकुम्भ 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया विशेष आमंत्रण
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ 2025 के लिए बड़े पैमाने पर आमंत्रण देना शुरू कर दिया है। दिल्ली में उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, और मिजोरम के राज्यपाल जनरल वीके सिंह से मिलकर उन्हें महाकुम्भ में आमंत्रित किया। इसके अलावा, योगी सरकार के मंत्रियों ने अन्य राज्यों का दौरा करके वहां के मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों और अन्य प्रमुख लोगों को महाकुम्भ में आमंत्रित किया है। यह कदम महाकुम्भ 2025 को एक बड़े और समृद्ध आयोजन बनाने के लिए उठाया गया है।