प्रयागराज, 3 जनवरी 2025, शुक्रवार। महाकुंभ 2025 प्रयागराज में एक अद्वितीय और विशाल आयोजन होगा, जो न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व का प्रतीक है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का भी प्रदर्शन करेगा। यह आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा और इसमें विश्वभर से 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। महाकुंभ के दौरान, श्रद्धालुओं को प्रयागराज और आसपास के महत्वपूर्ण स्थलों पर दर्शन-भ्रमण की व्यवस्था की गई है। उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा तीर्थ यात्रियों के लिए वाराणसी, अयोध्या, और चित्रकूट जैसे स्थलों पर भ्रमण के लिए पैकेज की बुकिंग की जा रही है।
इसके अलावा, महाकुंभ में पधारने वाले पर्यटकों के लिए विशेष पैकेज तैयार किए गए हैं, जिनमें अखाड़ा अनुभव, कल्पवासी अनुभव, योगा मेडिटेशन अनुभव, और फोटोग्राफी संबंधी पैकेज शामिल हैं। पर्यटकों के लिए अरैल में टेंट सिटी मार्ग पर टेंट सिटी का निर्माण और डोम सिटी तैयार की गई है, जिसमें 2200 से अधिक कटजेज हैं और एक साथ 4400 से अधिक पर्यटक ठहर सकते हैं।
महाकुंभ 2025 में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें देशभर के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। गंगा पंडाल में 16 जनवरी से 24 फरवरी तक आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन और कैलाश खेर जैसे कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। महाकुंभ के दौरान, पर्यटकों को प्रशिक्षित गाइड की सेवाएं प्राप्त हो सकें, इसके लिए स्थानीय स्तर पर गाइड प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई है। इसके अलावा, डिजिटल कुंभ म्यूजियम बनाया जा रहा है, जिसमें समुद्र मंथन, महाकुंभ, और सांस्कृतिक विरासत की महात्म्य के बारे में पर्यटक जान सकेंगे।