प्रयागराज, 7 जनवरी 2025, मंगलवार। महाकुम्भ 2025 की तैयारियां पूरी हो गई हैं और तीर्थराज प्रयागराज पूरी दुनिया का स्वागत करने के लिए तैयार है। महाकुम्भनगर में प्रवेश करते ही समुद्र मंथन के 14 रत्न श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे, जिनमें ऐरावत, कामधेनु गाय, घोड़ा, कौस्तुभ मणि, कल्पवृक्ष, रंभा अप्सरा, महालक्ष्मी, चंद्रमा, शारंग धनुष, शंख, धन्वंतरि, अमृत आदि शामिल हैं।
इसके अलावा, नंदी द्वार और भोले भंडारी का विशालकाय डमरू भी श्रद्धालुओं का स्वागत करेगा, जिसकी लंबाई 100 फीट और ऊंचाई लगभग 50 फीट से भी अधिक है। महाकुम्भनगर में 30 पौराणिक तोरण द्वार भी बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को देवलोक की अनुभूति कराएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि महाकुम्भ को दुनिया के सामने इस तरह से सजाया और संवारा जाए कि जो पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण बनकर उभरे। इस महाआयोजन की ओर बढ़ते ही लोगों को यहां की दिव्यता का एहसास होने लगेगा। महाकुम्भनगर का पूरा क्षेत्र सकारात्मक ऊर्जा और मंत्रों के जाप से गुंजायमान होने लगा है।