वाराणसी, 17 फरवरी 2025, सोमवार। महाकुंभ के दौरान वाराणसी के कैंट, सिटी और बनारस स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भीड़ बरकरार है। सुबह से रात तक इन तीनों स्टेशनों पर पैर रखने तक की जगह नहीं बच रही है। श्रद्धालुओं की भीड़ अलग-अलग स्टेशनों पर 70 हजार के पार है, लेकिन टिकट बिक्री महज 25 फीसदी ही है। वाराणसी कैंट स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। यात्री ट्रेन में चढ़ने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ के चलते पैर रखने की भी जगह नहीं मिल रही है। अगर कोई ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आ रही है तो यात्री ट्रेन में चढ़ने के लिए खिड़कियों और दरवाजों पर लटके नजर आ रहे हैं। बातचीत में यात्रियों ने ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेनों की संख्या बढ़ाने से यात्रियों को आसानी होगी और भीड़ कम होगी। रेलवे अधिकारियों को भी यात्रियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
वाराणसी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद वाराणसी के रेलवे स्टेशन पर प्रशासनिक अमला सतर्क दिखाई दिया। जीआरपी के साथ आरपीएफ के जवान पूरी तरह से मुस्तैद रहे। कैंट, बनारस, सिटी, शिवपुर, सारनाथ और काशी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान अलर्ट मोड में रहे। ट्रेन में होने वाली भीड़ के साथ प्लेटफार्म पर होने वाली भीड़ को पूरी तरह से नियंत्रित करने के साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए दो और स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इससे महाकुंभ जाने वाले यात्रियों को दिक्कत नहीं होगी।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। प्लेटफार्म पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान तैनात हैं, जो यात्रियों की सुरक्षा के लिए अलर्ट मोड में हैं। इसके अलावा, रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो पूरे स्टेशन की निगरानी कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार रहें और रेलवे स्टेशन पर तैनात जवानों की सलाह मानें। इसके अलावा, यात्रियों को अपने सामान की सुरक्षा के लिए भी सावधान रहने की सलाह दी गई है।