प्रयागराज, 25 जनवरी 2025, शनिवार। महाकुंभ 2025 में आईआईटी बीएचयू के पूर्व छात्र आचार्य जयशंकर नारायण की चर्चा हो रही है। आचार्य जयशंकर ने 1992 में आईआईटी बीएचयू से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की थी। इसके बाद उन्होंने टाटा स्टील में केमिकल इंजीनियर के रूप में काम किया, लेकिन डेढ़ साल बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और वेदांत दर्शन की ओर मुड़ गए।
आचार्य जयशंकर ने कहा कि धर्म पहला पुरुषार्थ है और इसके बिना मोक्ष की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की तारीफ की, लेकिन कमियों को भी गिनाया। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाएं हर बार से बेहतर हैं, लेकिन पैदल बहुत चलना पड़ रहा है। शाही स्नान के दिन लोगों को 7-10 किमी दूर ही रोका जा रहा है और व्हील चेयर की कोई व्यवस्था नहीं है।