प्रयागराज, 8 नवंबर 2024, शुक्रवार। महाकुंभ मेले की तैयारियों में अखाड़ा परिषद के दो पक्षों के बीच हाथापाई का मामला एक बड़ा रोड़ा बन गया है। यह विवाद इतना बढ़ गया है कि दोनों पक्ष एक दूसरे के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने में तहरीर दे चुके हैं। एक पक्ष ने साफ कहा है कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो वे अखाड़ा परिषद की बैठक का विरोध करेंगे और किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब मेला प्रशासन के साथ अखाड़ा परिषद की बैठक चल रही थी। मेला प्राधिकरण अखाड़ों के लिए जमीन आवंटन की योजना फाइनल कर रहा था, तभी अखाड़े के दो अलग-अलग गुटों के संत आपस में भिड़ गए। धक्का-मुक्की और हाथापाई तक होने लगी।
कुंभ मेला प्रशासन ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। एडीएम महाकुंभ विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि आवेदन पत्र दोनों तरफ से मिला है और प्रशासन मामले की जांच करेगा। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
यह विवाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के भीतर दो गुटों के बीच है, जो कुल तेरह अखाड़ों से बना है। अध्यक्ष को लेकर सहमति और असहमति की खुन्नस बढ़ी है। सात अखाड़े एक तरफ हैं जबकि छह अखाड़े दूसरी तरफ बताए जा रहे हैं। दोनों अखाड़ों के अध्यक्ष एक ही नाम के दो अलग-अलग संत रवींद्र पुरी हैं।