वाराणसी, 16 जनवरी 2025, गुरुवार। प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन शुरू होते ही वाराणसी के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी है। काशी विश्वनाथ धाम, काल भैरव मंदिर, संकट मोचन मंदिर, शीतला माता मंदिर और गंगा घाट आरती जैसे पवित्र स्थलों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
इस भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रशासन और सुरक्षाकर्मी लगातार सक्रिय हैं। प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि महाकुंभ के दौरान काशी में लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु पहुंच सकते हैं। यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा जब धर्मनगरी काशी में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होंगे।
महाकुंभ 2025 के दौरान वाराणसी में गंगा तट और प्राचीन मंदिरों की महिमा श्रद्धालुओं को यहां खींच रही है। यह एक अद्वितीय अनुभव होगा जब श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेने और गंगा घाटों पर पूजन-अर्चन करने के लिए एकत्रित होंगे।
इस अवसर पर वाराणसी के स्थानीय व्यापारी और आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि महाकुंभ 2025 से शहर की अर्थव्यवस्था को बहुत लाभ होगा। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने से स्थानीय व्यापार, होटल और परिवहन उद्योग को बहुत बढ़ावा मिलेगा।
हालांकि, इस भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। सुरक्षा, स्वच्छता और यातायात प्रबंधन जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान देना होगा। लेकिन अगर सब कुछ ठीक रहता है, तो महाकुंभ 2025 वाराणसी के लिए एक यादगार और ऐतिहासिक अवसर साबित होगा।