इंदौर, 20 मार्च 2025, गुरुवार। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 19 मार्च को उस समय एक बड़े हादसे का शिकार होने से बच गए, जब वे अशोकनगर जिले के प्रसिद्ध करीला मेले में शामिल होने पहुंचे थे। रंगपंचमी के अवसर पर आयोजित इस पारंपरिक मेले में उनकी मौजूदगी के दौरान एक अप्रत्याशित घटना घटी, जिसने सभी को चौंका दिया। सीढ़ियां अचानक धराशायी हो गईं, जिससे मुख्यमंत्री और उनके साथ मौजूद मंत्रियों व विधायकों का संतुलन बिगड़ गया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों की तत्परता के कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और लोग इसे सुरक्षा में बड़ी चूक मान रहे हैं।
घटना का पूरा विवरण
यह वाकया उस समय हुआ जब मुख्यमंत्री मोहन यादव, संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र लोधी, मुंगावली विधायक बृजेंद्र यादव और अन्य नेताओं के साथ करीला मेले में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा रहे थे। वे सीढ़ियों से चढ़ रहे थे और बीच रास्ते में मीडियाकर्मियों ने उनसे बातचीत शुरू कर दी। इसी दौरान सीढ़ियों पर भीड़ बढ़ गई और अचानक वे भरभराकर टूट गईं। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं को संभाला, जिससे वे गिरने से बच गए। गनीमत यह रही कि उस समय वे ज्यादा ऊंचाई पर नहीं थे, वरना स्थिति गंभीर हो सकती थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ लोगों ने सीढ़ियों से छलांग लगाने की कोशिश की थी, जिससे उन पर दबाव बढ़ गया और वे टूट गईं। इसे देखते हुए माना जा रहा है कि जरूरत से ज्यादा लोगों के एकत्र होने और व्यवस्था में कमी के कारण यह हादसा हुआ।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। करीला मेला, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन है। ऐसे में वहां मौजूद भीड़ और व्यवस्था को संभालना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है। लेकिन मुख्यमंत्री जैसे वीआईपी की मौजूदगी के दौरान इस तरह की लापरवाही चिंता का विषय है। अगर सुरक्षाकर्मी समय पर हस्तक्षेप न करते, तो यह हादसा गंभीर चोट या उससे भी बड़े नुकसान का कारण बन सकता था।
करीला धाम में पूजा और सीएम का संदेश
हादसे के बावजूद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हिम्मत नहीं हारी और करीला धाम स्थित मां जानकी मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और मां जानकी का आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “करीला मेला हमारी संस्कृति और परंपराओं का एक अनमोल हिस्सा है। यह हमारी समृद्ध विरासत का जीवंत उदाहरण है। मां जानकी से प्रार्थना है कि हर घर में सुख, शांति और समृद्धि आए।” उनके इस संदेश से यह साफ झलकता है कि वे इस घटना से विचलित नहीं हुए और अपनी जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित रहे।