वाराणसी, 23 मई 2025, शुक्रवार। वाराणसी के कबीरचौरा मंडलीय चिकित्सालय के गेट पर गुरुवार देर रात एक खौफनाक घटना ने सभी को दहशत में डाल दिया। एक पागल कुत्ते ने अचानक 18 लोगों पर हमला बोल दिया, जिससे वहां 10 मिनट तक अफरा-तफरी मच गई। लोग चाय की चुस्कियां लेते हुए गपशप में मशगूल थे, तभी यह कुत्ता लोहटिया की ओर से दौड़ता हुआ आया और भौंकने लगा। चाय दुकानदार ने उसे भगाने के लिए पानी फेंका, लेकिन इससे कुत्ता और उग्र हो गया। उसने आसपास मौजूद लोगों को काटना शुरू कर दिया, जिससे लोग चाय के कप फेंककर जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
अस्पताल के गेट पर मचा हड़कंप
घटना उस समय हुई जब लोग अस्पताल के गेट नंबर-4 के पास टी-स्टॉल पर खड़े थे। कुत्ते के हमले से वहां भगदड़ मच गई। कुछ लोग कबीरचौरा तिराहे की ओर भागे, लेकिन कुत्ता वहां भी पीछा करता रहा और कुछ और लोगों को अपना शिकार बनाया। इसके बाद वह पियरी की ओर भाग निकला। घायलों में हनुमान फाटक के रियाज अहमद (30) ने बताया, “कुत्ता किसी को छोड़ ही नहीं रहा था। बड़ी मुश्किल से उसे भगाया गया।” घायलों में कैमूर के सुदामा (32), दुर्गाकुंड के समीर (26), प्रयागराज के व्यापारी मोहम्मद इरशाद (30), औरंगाबाद के राज जायसवाल (24), BLW के सरोज (26), पियरी के आत्मा प्रसाद (63), और चांदमारी के शनि (22) जैसे कई लोग शामिल हैं।
तुरंत इलाज, नगर निगम को शिकायत
अस्पताल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी 18 घायलों का प्राथमिक उपचार किया और उन्हें एंटी-रेबीज वैक्सीन (ARV) दी गई। अस्पताल की एसआईसी मृदुला मलिक ने बताया कि रोजाना हजारों लोग अस्पताल आते हैं, ऐसे में यह पागल कुत्ता मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। उन्होंने नगर निगम को सूचित कर कुत्ते को पकड़ने की मांग की है।
शहर में बढ़ता आवारा कुत्तों का खतरा
यह घटना वाराणसी में आवारा कुत्तों की समस्या को फिर से रेखांकित करती है। अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर ऐसी घटना ने स्थानीय लोगों में डर पैदा कर दिया है। नगर निगम से उम्मीद की जा रही है कि वह इस खतरे को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द इस पागल कुत्ते को पकड़कर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।