लखनऊ, 13 मई 2025, मंगलवार: उत्तर प्रदेश, जो कभी अपराध और आतंक का गढ़ माना जाता था, आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के दम पर सुरक्षित और समृद्ध प्रदेश के रूप में उभर रहा है। पिछले आठ वर्षों में योगी सरकार ने न केवल अपराधियों की कमर तोड़ी, बल्कि आतंकवादी संगठनों के स्लीपिंग मॉड्यूल, टेरर फंडिंग, विदेशी घुसपैठ और धार्मिक उन्माद जैसे खतरों को जड़ से उखाड़ फेंका। सीएम योगी की कठोर रणनीति और यूपी एटीएस की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने उत्तर प्रदेश को आतंकियों की पनाहगाह से उनके खात्मे का मैदान बना दिया। आंकड़े इसकी गवाही देते हैं: 230 दुर्दांत अपराधी मुठभेड़ में ढेर, 142 स्लीपिंग मॉड्यूल गिरफ्तार, और टेरर फंडिंग करने वाले 11 मॉड्यूल सलाखों के पीछे। यह योगी सरकार की वह दहाड़ है, जिसने अपराध और आतंक के साम्राज्य को धूल चटा दी।
आतंक पर सर्जिकल स्ट्राइक: स्लीपिंग मॉड्यूल का सफाया
2017 में सत्ता संभालते ही योगी आदित्यनाथ ने अपराध और आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का ऐलान किया। उनका स्पष्ट निर्देश था: उत्तर प्रदेश की धरती पर न आतंक बर्दाश्त होगा, न देशविरोधी गतिविधियां। यूपी एटीएस ने इस निर्देश को अमल में लाते हुए आतंकवादी संगठनों के 131 स्लीपिंग मॉड्यूल को चिह्नित कर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया। ये मॉड्यूल ISIS, Al-Qaeda, SIMI, PFI जैसे खूंखार संगठनों को गोपनीय सूचनाएं और पनाह दे रहे थे। एक आतंकवादी को मुठभेड़ में ढेर किया गया, जो इस बात का प्रमाण है कि योगी सरकार आतंक के खिलाफ कितनी सख्त है।
एटीएस ने आधुनिक तकनीक और मजबूत इंटेलिजेंस के दम पर आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त किया। टेरर फंडिंग पर भी करारा प्रहार हुआ, जिसमें 11 मॉड्यूल गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा, 47.03 लाख रुपये की जाली मुद्रा बरामद कर 41 आरोपियों को हिरासत में लिया गया। यह कार्रवाई न केवल आतंक के वित्तीय ढांचे को तोड़ने में कामयाब रही, बल्कि प्रदेश को आर्थिक अपराधों से भी बचाया।
विदेशी घुसपैठ और धर्मांतरण पर नकेल
योगी सरकार ने आतंक के साथ-साथ विदेशी घुसपैठ और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर भी कड़ा रुख अपनाया। गैरकानूनी रूप से रह रहे 173 रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते थे। धर्मांतरण के सिंडिकेट पर भी सख्त कार्रवाई हुई, जिसमें 20 से अधिक अभियुक्त जेल भेजे गए। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिश रचने वालों के खिलाफ भी एटीएस ने त्वरित कार्रवाई की, जिसमें एक आरोपी गिरफ्तार हुआ।
साइबर क्राइम और फर्जीवाड़े पर भी प्रहार
आतंक और अपराध के अलावा, योगी सरकार ने साइबर फ्रॉड और फर्जी दस्तावेजों के खेल को भी बेनकाब किया। साइबर क्राइम में लिप्त 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें चार चीनी और 15 भारतीय नागरिक शामिल हैं। फर्जी नाम-पते पर सिम कार्ड खरीदने जैसे मामलों में भी प्रभावी कदम उठाए गए, जिससे संगठित अपराधों पर लगाम लगी।
उत्तर प्रदेश: सुरक्षा का नया रोल मॉडल
योगी सरकार की रणनीति और यूपी एटीएस की सक्रियता ने उत्तर प्रदेश को आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। जहां कभी आतंकी संगठन अपनी जड़ें जमा रहे थे, वहां आज कानून का राज स्थापित हो चुका है। यह सिर्फ आंकड़ों की कहानी नहीं, बल्कि उस इच्छाशक्ति की गाथा है, जिसने उत्तर प्रदेश को अपराध और आतंक के साये से मुक्त कर एक नई पहचान दी।
आज उत्तर प्रदेश न केवल निवेश और विकास का केंद्र बन रहा है, बल्कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मामले में भी देश के लिए मिसाल कायम कर रहा है। योगी आदित्यनाथ की यह जीत न सिर्फ अपराधियों और आतंकियों पर, बल्कि उस सोच पर भी है, जो उत्तर प्रदेश को अराजकता का पर्याय मानती थी। यह है नया उत्तर प्रदेश—सुरक्षित, सशक्त और आतंक मुक्त!