लखनऊ, 4 अगस्त 2025: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में ग्रैंड मामा हुक्का बार के अवैध संचालन ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह हुक्का बार न केवल रातभर खुला रहता है, बल्कि नियमों का खुलेआम उल्लंघन भी कर रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह बार पुलिस आयुक्त के आवास के ठीक सामने संचालित हो रहा है, फिर भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
सूत्रों के अनुसार, इस हुक्का बार में नाबालिगों द्वारा सेवा दिए जाने की भी शिकायतें सामने आई हैं। हाल ही में यहां मारपीट और झगड़े की घटनाएं भी दर्ज की गईं, लेकिन पुलिस की कथित मिलीभगत के चलते यह बार न केवल चल रहा है, बल्कि धड़ल्ले से फल-फूल रहा है। शहर में कई जगहों पर कैफे और रेस्टोरेंट के नाम पर ऐसे अवैध हुक्का बार संचालित हो रहे हैं, जिन पर पुलिस की कोई रोकटोक नहीं है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस केवल खानापूर्ति के लिए छापेमारी करती है, ताकि अपनी छवि चमकाई जा सके। लेकिन हकीकत में ये अवैध हुक्का बार पुलिस के लिए कमाई का जरिया बन चुके हैं। इससे युवा पीढ़ी को नशे की लत की ओर धकेलने का खतरा बढ़ रहा है। सवाल यह है कि जब पुलिस आयुक्त के घर के सामने ही कानून की धज्जियां उड़ रही हैं, तो शहर की कानून-व्यवस्था का क्या हाल होगा?
पुलिस प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता ने न केवल नागरिकों का भरोसा तोड़ा है, बल्कि यह भी सवाल उठाया है कि क्या लखनऊ में कानून का राज बचा है? इस मामले में पुलिस से जवाब की मांग जोर पकड़ रही है।