नई दिल्ली, 22 मई 2025, गुरुवार। मध्य प्रदेश के भोपाल में पकड़ी गई लुटेरी दुल्हन अनुराधा की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। सात साल पहले प्यार में पागल होकर लव मैरिज करने वाली यह महिला आज 25 शादियां कर चुकी है, हर बार दूल्हों को लूटकर फरार हो जाती थी। लेकिन उसका यह खेल तब खत्म हुआ, जब भोपाल पुलिस ने चालाकी से उसे जाल में फंसाया। अनुराधा के ससुर ने उसकी असलियत उजागर करते हुए जो खुलासा किया, उसे सुनकर हर कोई दंग है।
प्यार से शुरू हुई कहानी, ठगी में बदली
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के रुद्रपुर शिवनाथ की रहने वाली अनुराधा की जिंदगी कभी आम थी। सात साल पहले वह विशाल पासवान के प्यार में पड़ गई थी। दोनों का इश्क परवान चढ़ा और 2018 में लव मैरिज कर ली। उस वक्त अनुराधा एक अस्पताल में काम करती थी। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन 2021 में ससुराल वालों से अनबन के बाद अनुराधा ने अपने पति विशाल को परिवार से अलग कर दिया। फिर दोनों कहीं चले गए।
विशाल के पिता रामभवन के मुताबिक, इसके बाद से बेटे और बहू से उनका कोई संपर्क नहीं रहा। रामभवन ने बताया, “मेरा बेटा विशाल कहां है, जिंदा है या नहीं, हमें कुछ नहीं पता। उसने कभी फोन नहीं किया, और हमने भी जानने की कोशिश नहीं की।” अनुराधा की सच्चाई तब सामने आई, जब भोपाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
सात महीने, 25 शादियां और लूट का खेल
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि अनुराधा ने पिछले सात महीनों में 25 शादियां कीं। हर बार वह दूल्हे के घर से नकदी, गहने और कीमती सामान लेकर फरार हो जाती थी। शादी के लिए वह फर्जी दलालों के गिरोह के साथ मिलकर काम करती थी। यह गिरोह 2 से 5 लाख रुपये में सौदा तय करता था। ग्राहकों को मोबाइल पर अनुराधा की तस्वीर दिखाई जाती, और पसंद आने पर कोर्ट में इकरारनामा तैयार कर शादी करवा दी जाती।
लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही अनुराधा मौका पाकर गायब हो जाती। सवाईमाधोपुर के मानटाउन थाने में पहला केस दर्ज होने के बाद पुलिस हरकत में आई। शिकायतकर्ता विष्णु शर्मा ने बताया कि 20 अप्रैल को अनुराधा से उनकी शादी हुई थी। 2 लाख रुपये और इकरारनामे के बाद सब तय हुआ, लेकिन 2 मई की रात अनुराधा गहने, नकदी और मोबाइल लेकर फरार हो गई।
पुलिस की चाल, बोगस ग्राहक बनकर पकड़ा
पुलिस ने अनुराधा को पकड़ने के लिए चतुराई भरा जाल बिछाया। सवाईमाधोपुर पुलिस को सूचना मिली कि अनुराधा भोपाल में छिपी है। एएसआई मीठालाल यादव की अगुआई में एक टीम भोपाल पहुंची। एक कांस्टेबल ने बोगस ग्राहक बनकर दलालों से संपर्क किया। दलाल ने कई महिलाओं की तस्वीरें दिखाईं, जिनमें अनुराधा भी थी। इसके बाद पुलिस ने अनुराधा और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों—रोशनी, सुनीता, रघुवीर, गोलू, और मजबूत सिंह यादव—को गिरफ्तार कर लिया।
लुटेरी दुल्हन का आखिरी खेल
गिरफ्तारी के बाद पता चला कि अनुराधा हाल ही में भोपाल के गब्बर नाम के शख्स के साथ थी, जिससे उसने 2 लाख रुपये लिए थे। वह उसके साथ रह रही थी, लेकिन उसका असली मकसद फिर वही था—लूटपाट। पुलिस के मुताबिक, अनुराधा का यह ठगी का खेल भोपाल, सवाईमाधोपुर और कई अन्य शहरों में चल रहा था।
ससुर का दर्द: “विशाल का कुछ पता नहीं”
अनुराधा के ससुर रामभवन का दर्द सुनकर दिल पसीज जाता है। उन्होंने बताया, “2018 में विशाल ने अनुराधा से लव मैरिज की थी। इसके बाद दोनों रोजगार के लिए बाहर चले गए। हमसे उनका कोई संपर्क नहीं रहा। विशाल कहां है, जिंदा है या नहीं, हमें कुछ नहीं पता।” अनुराधा की करतूतों ने न सिर्फ उनके बेटे की जिंदगी में सवाल खड़े किए, बल्कि कई परिवारों को भी ठग लिया।
अब क्या होगा अनुराधा का?
लुटेरी दुल्हन अनुराधा अब पुलिस की गिरफ्त में है। उसके खिलाफ कई धोखाधड़ी के मामले दर्ज हो चुके हैं। यह कहानी न सिर्फ एक ठगिन की सनसनीखेज करतूतों की है, बल्कि यह भी सवाल उठाती है कि आखिर विशाल पासवान कहां है? क्या अनुराधा की ठगी की शुरुआत उसकी लव मैरिज के टूटने से हुई, या यह उसका सुनियोजित खेल था? जवाब शायद पुलिस की जांच में ही मिले।
फिलहाल, अनुराधा की कहानी एक सबक है—प्यार और भरोसे के नाम पर ठगी का जाल बिछाने वालों से सावधान रहें।