4 नवंबर को दिवाली है। पूरे देश में यह पर्व पूरे धूम-धाम से मनाया जाता है। ऐसे में त्योहारों में मुंह मीठा करने की परंपरा तो सदियों से चली आ रही है।तो चलिए इस दिवाली के त्योहार पर मुंह मीठा करने के लिए बनाते है घर पर ही आसान मिठायों की रेसिपी तो बनती है।
कलाकंद बनाने का आसान तरीका
-कलाकंद बनाने के लिए पनीर को कद्दूकस करके धीमी आंच पर कडाही पर कंडेंस्ड मिल्क के साथ डालकर मिला लें। इस मिश्रण को चलाते रहें जब तक यह गाढ़ा न हो जाए।
-जब मिश्रण कडाई के किनारों पर चिपकने लगे तो इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिक्स कर लें। अब एक छोटी गहरी प्लेट में घी लगा लें।
-कड़ाही को गैस से उतार कर कलाकंद वाले गर्म मिश्रण को उस प्लेट में फैला लें और बारीक कटा पिस्ता डालें।
-कलाकंद को ठंडा होने के लिए कमरें में कुछ देर रखें। फिर फ्रिज में 2 घंटे के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद कलाकंद को निकाल कर चौकोर टुकड़ो में काट लें। स्वादिष्ट कलाकंद तैयार है।
मोतीचूर के लड्डू
लड्डू बनाने के लिए बेसन को छान लें। फिर उसमें आधा चम्मच घी और चुटकी भर खाने वाला पीला रंग मिलाकर पानी डालते हुए बेसन का पतला घोल बना लें।
-बेसन के घोल से बूंदी तैयार करने के लिए एक बड़ी कड़ाही में घी गर्म करें। एक कलछुल में बेसन का घोल भर कर कड़ाही पर गिराएं। बेसन का घोल बूंदी के तरह कलछुल से छनकर कड़ाही में गिरने लगेगा। इसे सुनहरा और सॉफ्ट होने तक भूल लें। फिर कड़ाही से घी छान कर निकाल लें।
-अब एक पैन में पानी और चीनी को चाशनी बनाने के लिए पकने के लिए चढ़ाएं। जब गाढ़ा होने लगे तो नीबू की कुछ बूंद डाले। फिर केवड़ा वाटर मिला लें।
-इसके बाद गर्म चाशनी में बूंदी को मिलाकर आधे घंटे के लिए ढककर रख दें। बाद में ऊपर से बादाम पिस्ता डालकर लड्डू का आकार दें। मोतीचूर के लड्डू तैयार हैं।