नई दिल्ली, 20 जुलाई 2025: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) ने दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय (SAU) की प्रॉक्टोरियल कमेटी के हालिया निर्णय का स्वागत किया है, जिसमें परिसर में वामपंथी तत्वों द्वारा रचे गए षड्यंत्र का खुलासा हुआ है। यह निर्णय न केवल ABVP के रुख को सही ठहराता है, बल्कि छात्रों की धार्मिक भावनाओं और गरिमा की रक्षा के लिए न्याय सुनिश्चित करता है।
घटना 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन की है, जब मेस सचिव यशदा सावंत ने षड्यंत्रपूर्वक उपवास कर रहे छात्रों के सामने मांसाहारी भोजन परोसा, जिसे धार्मिक भावनाओं पर प्रहार माना गया। विरोध करने पर यशदा के मित्र सुदीप्तो दास ने छात्रों के साथ हिंसा की, जिससे परिसर में तनाव फैल गया। इसके बाद, वामपंथी तत्वों ने विरोध करने वाले छात्रों, खासकर छात्राओं, पर झूठे आरोप लगाकर उनका चरित्र हनन करने की कोशिश की।
SAU की निष्पक्ष जांच के बाद विश्वविद्यालय ने कड़ा फैसला सुनाया:
- हिंसा और अनुशासनहीनता के लिए सुदीप्तो दास को निष्कासित किया गया।
- यशदा सावंत पर मांसाहारी भोजन परोसने और उकसावे के लिए 5000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
ABVP दिल्ली के प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा, “यह निर्णय सत्य की जीत है। वामपंथी तत्वों ने छात्रों की आस्था और गरिमा पर हमला किया, लेकिन सत्य को दबाया नहीं जा सकता। हम विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त करते हैं और भविष्य में भी ऐसी साजिशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।”
ABVP ने दोहराया कि वह हर छात्र के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और वामपंथी उग्रता के खिलाफ सांस्कृतिक समरसता व संवाद को बढ़ावा देगी। संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन से परिसर में पारदर्शिता और शांति सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।