महारानी लक्ष्मीबाई के जन्मोत्सव का जलसा बुधवार से शुरू हो गया है। रानी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय जलसा पर्व व सेना की शस्त्र प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह झांसी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था, जब देश में 65 से 70 फीसदी रक्षा साम्रगी आयात होती थी। आज तस्वीर बदल गई है। हमने तय किया है, चाहे स्थिति कैसी भी हो, 64 फीसदी तक दुनिया के दूसरे देशों से आयात नहीं करेंगे। भारत की धरती पर बने रक्षा साम्रगियों का इस्तेमाल होगा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि आगामी एक दशक में भारत रक्षा उत्पाद दूसरे देशों से आयात नहीं करेगा। बल्कि, यही बनेंगे। यानीं भारत एक दशक में सामरिक रूप से स्वतंत्र हो जाएगा। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो चुकी है। अभी इसी साल से रक्षा से जुड़ी 209 चीजें भारत बनाने लगा है, जो पहले दूसरे मुल्कों से मंगाई जाती थीं। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को सरकार ने 50,000 करोड़ रुपए का ऑर्डर दिया है, जो अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है।
सेना में महिलाओं की भागीदारी पर रक्षा मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद दुर्भाग्य से देश की रक्षा में महिलाओं को बहुत सक्रिय भूमिका निभाने के अवसर नहीं मिले। लेकिन अब स्थिति तेजी से बदल रही है। पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद से हमारी सेनाओं में उनका योगदान सबसे ज्यादा हुआ है।
उन्होंने कहा कि मैं जब गृह मंत्री था तो मैंने सभी राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की थी कि उन्हें पुलिस अधिकारियों में भी कम से कम 33 प्रतिशत प्रतिनिधित्व महिलाओं का करने के लिए प्रयास करना चाहिए। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि कई राज्यों में महिला प्रतिनिधित्व बढ़ा है। उन्होंने आगे कहा, सशस्त्र सेनाओं में महिलाओं के लिए बंद सभी दरवाजे खोले जा रहे हैं। सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंगों में हमने उनका प्रतिनिधित्व बढ़ाया है। लड़कियों के सैनिक स्कूलों में एडमिशन हो रहे हैं। एनडीए के पोर्टल भी महिलाओं के लिए खुल गए हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई लक्ष्मी बाई नारी शक्ति की पहचान है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज में लक्ष्मी बाई रेजीमेंट की स्थापना की थी। केंद्र की वर्तमान सरकार इस काम को आगे बढ़ा रही है, सेना में महिलाओं को स्थाई कमीशन दिया जा रहा है इस बार एनडीए की परीक्षा में दो लाख से अधिक महिलाओं ने आवेदन किया था । सैनिक स्कूलों में कोएजुकेशन की शुरुआत हुई है ।
इस दौरान उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामकाज की जमकर सराहना की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 18 57 के संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई ने विदेशी हुकूमत को हिला कर रख दिया था। मातृभूमि के लिए उन्होंने अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया था। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में बुंदेलखंड की पहचान सूखा और पलायन के लिए होती थी लेकिन, अब बुंदेलखंड के गांव गांव के हर घर में 2022 तक नल से पानी पहुंचेगा। प्रदेश सरकार विकास के लगातार नए आयाम गढ़ रही है।
लक्ष्मीबाई जन्मोत्सव जलसा : रक्षामंत्री ने कहा एक समय पर देश में 70 फीसदी रक्षा साम्रगी आयात होती थी, आज तस्वीर बदल