प्रयागराज, 3 मई 2025, शनिवार। प्रयागराज, शनिवार को एक दिल दहला देने वाली घटना का गवाह बना। सोरांव थाना क्षेत्र के कल्याण शाह का पूरा गांव के पास दिनदहाड़े एक वकील पर जानलेवा हमला हुआ, जिसने न केवल इलाके में सनसनी फैला दी, बल्कि कानून के रक्षकों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए। शनिवार, 3 मई की सुबह, जब सूरज अपनी पूरी रौशनी बिखेर रहा था, उस वक्त वकील मान सिंह यादव अपनी रोजमर्रा की तरह कोर्ट के लिए निकले थे। मऊआइमा थाना क्षेत्र के किंग्रिया का पूरा गांव के निवासी मान सिंह को शायद ही अंदाजा था कि उनकी जिंदगी पर एक खौफनाक साया मंडरा रहा है। जैसे ही वे कल्याण शाह का पूरा गांव के पास पहुंचे, बाइक सवार तीन बदमाशों ने उनका रास्ता रोका। इसके बाद, बिना किसी देरी के, बदमाशों ने मान सिंह के सीने में दो गोलियां दाग दीं।
गोलियों की आवाज ने आसपास के इलाके में हड़कंप मचा दिया। स्थानीय लोग दौड़कर घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक बदमाश बाइक पर सवार होकर फरार हो चुके थे। जमीन पर पड़े मान सिंह दर्द से कराह रहे थे, उनकी सांसें उखड़ रही थीं। करीब 20 मिनट तक वे तड़पते रहे, और इस दौरान लोगों ने उनसे पूछा कि आखिर यह हमला किसने करवाया। अपनी आखिरी हिम्मत जुटाते हुए मान सिंह ने बताया, “जमीन विवाद में पड़ोसी ने फायरिंग करवाई।” इसके बाद, उन्हें तुरंत स्वरूप रानी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
जमीन विवाद बना खूनी खेल
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह हमला एक पुराने जमीन विवाद का नतीजा प्रतीत होता है। मान सिंह का अपने पड़ोसी के साथ लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, जो अब खूनखराबे तक पहुंच गया। सोरांव थाना क्षेत्र की पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कई थानों की फोर्स को जांच में लगाया है। पुलिस को शक है कि बदमाशों को इसी विवाद के चलते सुपारी दी गई थी।
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश है, क्योंकि दिनदहाड़े हुई इस गोलीबारी ने यह साफ कर दिया कि अपराधी कितने बेखौफ हो चुके हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर गुस्सा देखा जा रहा है। एक यूजर ने लिखा, “अगर वकील जैसे कानून के रक्षक ही सुरक्षित नहीं, तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी?”
कानून व्यवस्था पर सवाल
यह घटना केवल एक वकील पर हमला नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर एक बड़ा सवालिया निशान है। प्रयागराज जैसे शहर में, जहां जिला कोर्ट और हाई कोर्ट की मौजूदगी कानूनी गतिविधियों का केंद्र है, वहां एक वकील का इस तरह निशाना बनना चिंताजनक है। यह घटना उन तमाम मामलों की याद दिलाती है, जहां जमीन विवाद ने कई जिंदगियां तबाह की हैं। हाल के वर्षों में, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में जमीन विवाद से जुड़े कई गोलीकांड सामने आए हैं, जैसे कि पटना में लालजी टोला के पास हुई गोलीबारी और सिवान में भाजपा नेता पर हमला।
वकील समुदाय में आक्रोश
मान सिंह पर हुए इस हमले ने प्रयागराज के वकील समुदाय में भारी रोष पैदा कर दिया है। कई अधिवक्ताओं ने इस घटना को “जंगलराज” का प्रतीक बताया है। एक वकील ने सोशल मीडिया पर लिखा, “दिनदहाड़े गोलीबारी, और सिस्टम खामोश? यह लोकतंत्र है या अराजकता?” वकील संगठनों ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई और दोषियों को सख्त सजा की मांग की है।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य
सोरांव पुलिस ने घटनास्थल का दौरा कर साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और संदिग्ध पड़ोसी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह कार्रवाई भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोक पाएगी?