आगरा, 10 जून 2025, मंगलवार। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का गैंग अब शूटर्स की भर्ती के लिए एक मोबाइल एप का इस्तेमाल कर रहा है। बाह और पिनाहट के बीहड़ इस गैंग का नया अड्डा बन चुके हैं। पहले बेरोजगार युवा इस क्षेत्र में साइबर ठगी में लिप्त थे, लेकिन अब लॉरेंस गैंग से जुड़कर संगठित अपराध की दुनिया में कदम रख रहे हैं। पिछले दो सालों में बाह से गैंग के पांच शूटर गिरफ्तार हो चुके हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस अब ग्रामीणों के साथ संवाद कार्यक्रम शुरू करने जा रही है।
एप के जरिए भर्ती, हथियार और पैसे का इंतजाम
लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क पंजाब, हरियाणा और राजस्थान तक फैला हुआ है। गैंग इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो के जरिए युवाओं को लुभाता है। नए रंगरूटों को शूटर बनाया जाता है और उन्हें हमले की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। गैंग की ओर से युवाओं को टारगेट, हथियार, कारतूस और पैसे उपलब्ध कराए जाते हैं। हमले के बाद बचाव की जिम्मेदारी भी गैंग उठाता है। मोबाइल एप के जरिए हैंडलर नए सदस्यों से संपर्क करते हैं और उन्हें निर्देश देते हैं।
हालिया गिरफ्तारी से खुलासा
शनिवार को राजस्थान पुलिस ने बाह पुलिस के सहयोग से महावीर नगर, पक्की तलैया के प्रदीप शर्मा उर्फ गोलू पंडित को गिरफ्तार किया। गोलू पर श्रीगंगानगर में एक कारोबारी से चौथ वसूलने के लिए फायरिंग का आरोप है। वह फर्जी आईडी के साथ श्रीगंगानगर के होटलों में ठहरा था और फायरिंग के बाद अपने घर पक्की तलैया लौट आया था। इससे पहले 30 जनवरी 2023 को जयपुर के जी क्लब और होटल डेज के मालिक से एक करोड़ की उगाही के लिए चिट्ठी फेंकने वाले तीन शूटरों—बीकानेर के जयप्रकाश उर्फ जेपी, रिषभ उर्फ यशचंद्र और बाह की डिफेंस कॉलोनी के प्रदीप शुक्ला उर्फ बाबा—को जयपुर पुलिस और स्वाट टीम ने गिरफ्तार किया था।
बाह के बीहड़ों में गैंग का दबदबा
बाह के बड़ागांव का भूपेंद्र गुर्जर उर्फ थापा भी मुठभेड़ में पकड़ा गया था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये शूटर मोबाइल एप के जरिए लॉरेंस गैंग के हैंडलरों के संपर्क में आए थे। गोलू पंडित की गिरफ्तारी भी इसी सिलसिले का हिस्सा मानी जा रही है। लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क बाह में न केवल स्थानीय सुरक्षा के लिए खतरा बन रहा है, बल्कि यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी एक बड़ी चुनौती है।
पुलिस अब इस गैंग की गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए बाह और आसपास के क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएगी। ग्रामीणों को गैंग के जाल से बचाने और युवाओं को अपराध की दुनिया से दूर रखने के लिए संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।