वाराणसी, 29 जुलाई 2025: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ वाराणसी के सर्किट हाउस में कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे, लेकिन उसी समय शहर के राजातालाब क्षेत्र में कानून का मखौल उड़ गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसी समय वाराणसी में कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे, लेकिन उनके नाक के नीचे हुई इस घटना ने प्रशासन की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए। वाराणसी के राजातालाब क्षेत्र में सावन के तीसरे सोमवार को भक्ति का रंग अचानक तनाव में बदल गया। कांवड़ यात्रा के दौरान एक छोटी सी बात ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि सड़कें जाम हो गईं, पुलिस को हालात संभालने में पसीने छूट गए, और इलाका हाई अलर्ट पर आ गया।
दरसल, सोमवार की शाम, जब कांवड़िए ‘हर-हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के जयकारों के साथ राजातालाब थाना क्षेत्र के पंचक्रोशी मार्ग पर मस्जिद के पास से गुजर रहे थे, तभी स्थानीय मुस्लिम समुदाय के कुछ युवकों को उनके नारे नागवार गुजरे। बात इतनी बढ़ी कि कांवड़िए शुभम यादव और उनके साथियों पर हमला हो गया। आरोप है कि हमलावरों ने न केवल मारपीट की, बल्कि कांवड़ियों के भगवा वस्त्र तक फाड़ डाले। घायल शुभम को उनके साथियों ने तुरंत ऑटो से अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
गुस्से का उफान, सड़क पर प्रदर्शन
इस घटना ने कांवड़ियों के बीच आक्रोश की आग भड़का दी। सैकड़ों श्रद्धालु पंचक्रोशी मार्ग के अंडरपास पर जमा हो गए और सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हालात बिगड़ते चले गए। उधर, मारपीट के आरोपी दुकानें बंद कर फरार हो गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़ी मशक्कत की और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाकर भीड़ को शांत किया। अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने देर रात बताया कि 6 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया, बाकी की तलाश के लिए टीम छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों में राजातलाब थाना क्षेत्र के रानीगंज निवासी नूर हसन, शराफत अली, मो. लतीफ, मुनव्वर और अलाउद्दीन के साथ मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के मेहंदीगंज निवार्स सलामुद्दीन और वरिस हैं।
विश्व हिंदू परिषद की एंट्री, तनाव बढ़ा
इसी बीच, विश्व हिंदू परिषद के नेता राजेश पांडेय और पवन पाठक अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। आरोप है कि उनके साथ करीब 100 लोग थे, जो कांवड़ियों पर हमले के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। भीड़ मुस्लिम मोहल्ले की ओर बढ़ने लगी, जिससे माहौल और संवेदनशील हो गया। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रास्ता रोका, लेकिन नेताओं के साथ धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। इस दौरान पुलिस ने राजेश पांडेय को हिरासत में ले लिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
पुलिस-प्रशासन का एक्शन
घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत कदम उठाए। देर रात 6 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया, बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। जंसा-राजातालाब पंचक्रोशी मार्ग को सील कर दिया गया, और तीन थानों की पुलिस फोर्स तैनात की गई। इलाके में बैरिकेडिंग के साथ सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। पुलिस ने मारपीट के अन्य आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।
गोमती जोन के मीडिया सेल ने बताया कि राजेश पांडेय, जो खुद को VHP का पदाधिकारी बता रहे थे, अपने साथियों के साथ हथियार लेकर दुकानदार के घर में घुसने की कोशिश कर रहे थे। बार-बार समझाने के बावजूद नहीं मानने पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग कर दो लोगों को हिरासत में लेना पड़ा।
संवेदनशील माहौल, सतर्क प्रशासन
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मारपीट के आरोपियों का घर घटनास्थल से महज 300 मीटर दूर है, जिसके चलते इलाके में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव कदम उठाए हैं, ताकि शांति और सौहार्द बना रहे।
आस्था और तनाव का टकराव
यह घटना उस समय हुई, जब मुख्यमंत्री योगी खुद वाराणसी में कानून-व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश दे रहे थे। यह घटना एक बार फिर सवाल उठाती है कि आस्था के रास्ते पर चलते हुए छोटी-छोटी बातें कैसे बड़े विवाद का रूप ले लेती हैं। वाराणसी, जो भक्ति और सौहार्द का प्रतीक है, वहां ऐसी घटनाएं चिंता का विषय हैं। प्रशासन की सतर्कता और स्थानीय लोगों की समझदारी से ही इस तनाव को शांति में बदला जा सकता है।