हर्षिल, उत्तरकाशी, 05 अगस्त 2025: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को एक के बाद एक प्राकृतिक आपदाओं ने भारी तबाही मचाई। हर्षिल के निकट धराली गांव के पास दोपहर करीब 1:45 बजे हुए भीषण भूस्खलन ने भारतीय सेना के शिविरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इसके बावजूद, भारतीय सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
हर्षिल ब्रिगेड कमांड के ब्रिगेडियर मनदीप ढिल्लन ने बताया कि भूस्खलन की सूचना मिलते ही सेना की टुकड़ी ने 10 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया। करीब 150 सैन्य कर्मियों को राहत कार्यों में लगाया गया है। अब तक 20-30 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जिन्हें हर्षिल के सैन्य चिकित्सा केंद्र में तत्काल उपचार दिया जा रहा है।
ब्रिगेडियर ढिल्लन ने प्रशासन को आगाह करते हुए कहा कि स्थिति गंभीर है, और सेना सभी उपलब्ध संसाधनों के साथ फंसे हुए लोगों को निकालने में जुटी है। उन्होंने बताया कि प्रभावित नागरिकों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए सेना पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
तीन घंटे में तीसरी आपदा
उत्तरकाशी में तीन घंटे के भीतर यह तीसरी बड़ी आपदा है। धराली के बाद सुक्की टॉप और हर्षिल हेलीपैड के पास बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। इसके अलावा, झाला के पास भागीरथी नदी में उफान की खबर ने भी चिंता बढ़ा दी है। जिला प्रशासन ने नदी के आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
अस्पतालों में आपात तैयारी
प्राकृतिक आपदा के बाद उत्तराखंड के सभी प्रमुख अस्पतालों में घायलों के लिए बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, ताकि घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा दी जा सके।
बचाव कार्यों में चुनौतियों के बावजूद, भारतीय सेना और प्रशासन स्थिति पर काबू पाने के लिए दिन-रात जुटे हैं। क्षेत्र में राहत कार्यों पर निरंतर नजर रखी जा रही है।