वाराणसी, 28 नवंबर 2024, गुरुवार। उदय प्रताप कॉलेज की 100 एकड़ जमीन पर वक्फ बोर्ड का दावा एक बार फिर से सुर्खियों में आया है। यह मामला 2018 से चल रहा है, जब सुन्नी वक्फ बोर्ड ने जमीन पर दावा किया था। लेकिन कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह मामला पुराना है और इसे पहले ही निपटा लिया गया है।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि तत्कालीन कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव यूएन सिन्हा ने वक्फ बोर्ड को इसका जवाब दिया था। इसके अलावा, प्राचीन छात्र एसो. के उपाध्यक्ष आनंद विजय ने भी जमीन को ट्रस्ट की बताया है।
लेकिन वक्फ बोर्ड के दावे ने कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों को चिंतित कर दिया है। छात्रों ने कहा कि यदि वक्फ बोर्ड का दावा सही है, तो यह कॉलेज के भविष्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
इस मामले में अब तक क्या हुआ है, यह जानने के लिए हमने वक्फ बोर्ड के अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
इस बीच, कॉलेज प्रशासन ने छात्रों और शिक्षकों को आश्वस्त किया है कि यह मामला पुराना है और इसे पहले ही निपटा लिया गया है। लेकिन वक्फ बोर्ड के दावे ने कॉलेज के भविष्य को लेकर चिंता बढ़ा दी है।