लखनऊ, 4 मई 2025, रविवार। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के दफ्तर में हड़कंप मचा है! गोमती नगर, जानकीपुरम, कानपुर रोड और ट्रांसपोर्ट नगर जैसी प्रमुख योजनाओं के करीब 30 भूखंडों की फाइलें रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई हैं। इन भूखंडों की कीमत करोड़ों में है, और अब विजिलेंस और STF की पैनी नजर इस घोटाले पर है। यह सनसनीखेज खुलासा तब हुआ, जब फर्जी रजिस्ट्री के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ।
गायब फाइलें, बाउंड्रीवाले प्लॉट और फरार भूमाफिया
विजिलेंस की जांच में सामने आया कि LDA के रिकॉर्ड से 16 भूखंडों की फाइलें पूरी तरह गायब हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें से ज्यादातर प्लॉटों पर बाउंड्री तो खड़ी है, लेकिन मकान का नामोनिशान नहीं। ऐसा लगता है मानो भूमाफियाओं ने जमीन पर कब्जा कर लिया और अब वे जांच की भनक लगते ही फरार हो गए। दो साल पहले भी 149 भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया था, जिसकी जांच अब भी जारी है। हाल ही में STF ने एक गैंग को पकड़ा, जो 45 भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री में शामिल था। इस जांच में 14 और फाइलों के गायब होने की बात सामने आई।
LDA की सख्ती: नीलामी की तैयारी
LDA अब कोई ढील देने के मूड में नहीं है। प्राधिकरण ने फैसला किया है कि गायब फाइलों वाले भूखंडों के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी किया जाएगा। आवंटियों को अपने दस्तावेज पेश करने होंगे। अगर कोई सामने नहीं आया, तो इन भूखंडों को LDA अपने कब्जे में लेकर नीलाम कर देगा। ट्रांसपोर्ट नगर योजना में ऐसा पहले हो चुका है। तीन दिन पहले LDA अधिकारियों की विशेष बैठक में इस पर रणनीति बनाई गई। नीलामी की खबर से भूमाफियाओं में खलबली मच गई है।
अतिक्रमण पर भी नकेल
जांच में यह भी आशंका जताई जा रही है कि कई भूखंडों पर अतिक्रमण हुआ है। LDA ने साफ कर दिया है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई होगी। संपत्ति अधिकारियों से जवाब-तलब शुरू हो चुका है, और जल्द ही इस घोटाले के पीछे के असली चेहरों का खुलासा होने की उम्मीद है।
क्या है पूरा माजरा?
यह घोटाला सिर्फ फाइलों के गायब होने तक सीमित नहीं है। फर्जी रजिस्ट्री, बाउंड्री बनाकर जमीन पर कब्जा, और अब फरार भूमाफिया—यह सब एक बड़े रैकेट की ओर इशारा करता है। STF और विजिलेंस की टीमें LDA के रिकॉर्ड खंगाल रही हैं, लेकिन सवाल यह है कि इतने बड़े पैमाने पर फाइलें कैसे गायब हुईं? क्या इसके पीछे कोई आंतरिक साठगांठ है?
लखनऊ की जनता के लिए यह खबर चौंकाने वाली है। करोड़ों की जमीन का यह खेल न सिर्फ LDA की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी बताता है कि भूमाफियाओं के हौसले कितने बुलंद हैं। अब सबकी नजर इस बात पर है कि LDA और जांच एजेंसियां इस घोटाले के असली गुनहगारों को कब तक बेनकाब करती हैं।
लखनऊ में जमीन का यह खेल कितना गहरा है? क्या सच्चाई सामने आएगी, या यह मामला भी फाइलों की तरह गायब हो जाएगा?