छह दिनी कार्यक्रम के तहत लड्डू गोपाल की श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में चौथे दिन की गई विशेष पूजा
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से संकल्पित नवाचारों के अंतर्गत धाम में आयोजित श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व को न्यास के विद्वान अर्चकों के परामर्श के अनुरूप छः दिवसीय पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। इस आयोजन पर गुरुवार को श्री लड्डू गोपाल की चतुर्थ दिवस की आराधना विष्णु सहस्रनाम के साथ संपन्न हुई। बृहस्पतिवार को भगवान श्रीहरि विष्णु की विशेष आराधना होती है और पीला रंग बृहस्पतिवार का शुभ वर्ण माना जाता है। इस तथ्य के दृष्टिगत लड्डू गोपाल ने पीला श्रृंगार धारण कर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में गंगा प्रवेश द्वार(गेट ए) के बाएँ विराजे श्रीहरि विष्णु के श्री बद्रीनारायण स्वरूप के साथ भक्तों को दर्शन दिया। इस अवसर पर श्री बद्रीनारायण और लड्डू गोपाल के युगल दर्शन का अद्भुत एवम अपूर्व संयोग धाम में श्रद्धालुओं की भावुक आस्था का केंद्र बना रहा। श्री कृष्ण सनातन परंपरा में भगवान श्री हरि विष्णु के षोडश कलाओं से युक्त अवतार हैं। गोपेश्वर श्री कृष्ण के भगवान श्री बद्रीनारायण स्वरूप के साथ शोभायमान स्वरूप के अद्भुत संयोग की छवि श्री काशी विश्वनाथ धाम के सनातन नवाचार की प्रमुखता रही।